पौधा सुरक्षा वैज्ञानिक डाॅ0 सूर्यभूषण ने फसलों, फलों एवं सब्जियों में लगने वाले कीटों की पहचान, लक्षण एवम् नियंत्रण पर प्रकाश डाला !
ब्यूरो रिपोर्ट गोड्डा /रंजीत भगत
झारखंड राय विश्वविद्यालय, नामकुम में अध्ययनरत 28 छात्राओं का रावे कार्यक्रम के तहत ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र,गोड्डा के सभागार में प्रशिक्षण जारी है। वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डाॅ0 रविशंकर ने छात्राओं को के.वी.के फार्म का भ्रमण करके पेड़-पौधों पर लगने वाले कीटों, रोग ग्रस्त पत्तियों को एकत्र करके हर्बेरियम फाइल तैयार करने के लिए प्रेरित किया। उद्यान वैज्ञानिक डाॅ0 हेमन्त कुमार चौरसिया ने छात्राओं को नर्सरी तैयार करने की विधि, मिट्टी जांच बीज उपचार, बहुस्तरीय फसल प्रणाली, नींबू एवं अमरूद में गूटी विधि पौधे तैयार करना, केवीके परिसर में लगाए गए पौधो-वृक्षों की पहचान करना, जैव तरल खाद, वेस्ट डीकम्पोजर से जैविक खाद तैयार करना, प्रोजेक्टर के माध्यम से औषधीय फूलों की विस्तृत जानकारी दी। पौधा सुरक्षा वैज्ञानिक डाॅ0 सूर्यभूषण ने फसलों, फलों एवं सब्जियों में लगने वाले कीटों की पहचान, लक्षण एवम् नियंत्रण पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम सहायक डाॅ0 ए.पी. ठाकुर ने गांवों के सर्वेक्षण करने हेतु पीआरए तकनीक, ट्रांजैक्ट वाॅक, सीजनल कैलेंडर एनालिसिस वेल्थ रैंकिंग, मैट्रिक्स रैंकिंग आदि के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बीज, बीज के प्रकार, बीज प्रसंस्करण पर भी चर्चा किया। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने सोशल मैपिंग, रिसोर्स मैपिंग, टाईमलाइन, जेंडर एनालिसिस, वेन डायग्राम आदि पर चर्चा किया। मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद राजेश ने छात्राओं को बताया कि किसान भाई ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अन्तर्गत मौसम वेधशाला, कृषि एवं पशुओं की सुरक्षा हेतु मेघदूत एप एवं दामिनी एप के माध्यम से बेमौसम बारिश, आंधी, तूफान, वज्रपात, ओलावृष्टि, सूखा, मेघ गर्जन आदि की त्वरित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button