झूठे मामले में फंसाया गया अधिवक्ताओं को-जिला अधिवक्ता संघ
रायगढ़ ब्यूरो रिपोर्ट पीयूष पटनायक
रायगढ़ में प्रदेश के वकीलों ने अव्यवस्था,भ्रष्ट्राचार के खिलाफ मुहिम के तहत विशाल रैली का शक्ति प्रदर्शन किया।इस रैली को रायगढ़ शहर के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। ज़िले के आम नागरिक और जन संगठनों का व्यापक समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है। ज़िला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय का ने कहा है कि न्यायालय में लगाये गये याचिका के बाद सभी अधिवक्ताओं को जमानत मिल चुकी है। हमारी लड़ाई भ्रष्ट्राचार के खिलाफ सतत जारी रहेगी।सभा में प्रदेश भर के अधिवक्ताओं द्वारा राजस्व न्यायालय के भीतर व्यापक रूप से व्याप्त रिश्वतखोरी के पैमाने का खुलासा किया गया।
विदित हो भुवन लाल साव राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के डिस्ट्रिक्ट एडवाइजर हैं।अन्य चार अधिवक्ताओं के साथ इनके ऊपर भी फर्जी केस दर्ज कराया गया है। जबकि मानवाधिकार कार्यकर्ता पीड़ित जनों की मदद करता है।
जेल से रिहा होने के बाद ब्यूरो के डिस्ट्रिक्ट लीगल एडवाइजर भुवनलाल साव ने कहा कि तहसील राजस्व न्यायालय में भ्रष्ट्राचार का शासन चलाया जा रहा है,इसे रोकना होगा। वाजिब और सुलभ न्याय व्यवस्था स्थापित करने की आवश्यकता है।तभी मानवाधिकारों की रक्षा हो सकेगी। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार ख़तरे में है।भुवनलाल साव की मांग ही नहीं बल्कि सबकी मांग है कि रिश्वतखोरी का धंधा बंद होना चाहिये। अधिवक्ताओं का समवेत स्वर है कि भ्रष्ट्राचार में संलिप्त राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए। राजस्व न्यायालय के भ्रष्ट लिप्त लोगों को प्रशासनिक कार्य से बर्खास्तगी की कार्यवाही किये जाने की मांग उठ रही है। वकीलों का वैचारिक पक्ष यह है कि राजस्व न्यायालय में अधिकारियों द्वारा अधिवक्ता गण के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार कर झूठी प्राथमिकी लिखवा के वकीलों को गिरफ़्तार करवा देने कारण आंदोलन का सहारा लेना पड़ा है।
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