
मुख्यमंत्री ने की सतना सहित 18 जिलों में नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षा की !
ब्यूरो रिपोर्ट /सतना
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी के निरंतर प्रयासों तथा जनता के सहयोग से अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम हो रहा है। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और कम करने का एकमात्र उपाय है कि संक्रमण की चेन को हर हालत में तोड़ा जाए। जिन जिलों में पॉजिटिविटी दर अभी भी स्थिर है या औसत रूप से अधिक है, वहां नियंत्रण के प्रयासों एवं कोरोना कर्फ्यू के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रुप सी में शामिल सतना सहित 18 जिलों में कोरोना की स्थिति, नियंत्रण के उपाय एवं उपचार सेवाओं के बारे में समीक्षा कर रहे थे। सतना कलेक्ट्रेट एनआईसी के कक्ष में सांसद गणेश सिंह,पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, जिला संकट प्रबंधन समूह के सदस्य नरेंद्र त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनता द्वारा कोरोना कर्फ्यू के अनुपालन से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है। लेकिन अभी बहुत सी कोशिश कर लंबा सफर तय करना है। प्रदेश की कोरोना संक्रमितों की रिकवरी दर 80 से बढ़कर 83 प्रतिशत हुई है। वहीं पॉजिटिविटी रेट 25 से घटकर 23 प्रतिशत हुआ है। 18 प्लस आयु वर्ग के वैक्सीनेशन प्लान के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि सुविचारित तरीके से योजना बनाकर वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस समय एक कठिन युद्ध कोरोना के खिलाफ लड़ा जा रहा है। जिसमें जनप्रतिनिधि, अधिकारी, आमजन सभी को समन्वय और समरसता के साथ एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रथम चरण में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रुप सी में शामिल 18 जिलों में से जबलपुर, रीवा, नरसिंहपुर, सिंगरौली, सीधी, पन्ना, सतना, सागर और शहडोल जिले में कोरोना नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की।
सतना जिले की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि सतना में कोरोना स्थिति के नियंत्रण की दिशा में सुधार हुआ है, अभी और भी काम करने की जरूरत है। उन्होंने जिला संकट प्रबंधन समूह से सतना जिले में कोरोना नियंत्रण की गतिविधि एवं उपचार सेवाओं की जानकारी ली।
सांसद श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले में जिला अस्पताल के अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम और ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़कर कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार की विकेंद्रित व्यवस्था की गई है। सामान्य संक्रमितों के लिए ब्लॉक स्तर पर कोविड केयर सेंटर भी विकसित किए जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों को मुख्यालय बनाकर मैदानी कर्मचारियों की टीम गठित की गई है, जो सर्वे कर जांच और क्वारेंटाइन की व्यवस्था कर रहे हैं। सांसद श्री सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे उपरांत कोरोना के संक्रमितों का वर्गीकरण कर कोविड केयर सेंटर, ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य केंद्र और जिला स्तर पर उपचार की व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की उपलब्धता गुड़गांव से नहीं हो पाने के कारण राज्य शासन की टाइजअप एजेंसी को 300 नग का आर्डर दिया है। शासन स्तर से पहल पर कंसंट्रेटर की जिले को उपलब्धता और सतना जिला अस्पताल में वेंटिलेटर के ऑपरेटिव मैनपावर उपलब्ध हो जाने से अत्यंत सुविधा होगी। सतना जिले में 448 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए तैयार हैं। जिनमें 101 आईसीयू बेड हैं। समरिटन अस्पताल में भी संभावनाएं तलाश कर बेड संख्या बढ़ाई जाएगी। होम आइसोलेशन मेडिकल किट भी तैयार कर गांव-गांव पॉजिटिव रोगियों के लिए पहुंचाई जा रही है।
जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति, नियंत्रण के उपाय की जानकारी में मुख्यमंत्री को बताया कि सतना जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक स्तर पर भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड हॉस्पिटल चल रहे हैं। जहां मॉडरेट स्थिति के रोगियों को इलाज मिल रहा है। शहर में कोरोना संक्रमण के केस कम हुए हैं। यूपी से लगे मझगवां और इधर रामनगर में केस बढ़ रहे हैं। जिले में कोरोना कर्फ्यू सख्त किया गया है, जिसका प्रभाव दिख रहा है। मझगवां, रामनगर सहित ज्यादा संक्रमित इलाके को चिन्हित कर विशेष फोकस कर नियंत्रण के उपाय किए जाएंगे।
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