सीएम हेमंत सोरेन ने दुमका में किया ध्वजारोहण, बोले- निजी क्षेत्र के 75 फीसदी पद होंगे आरक्षित
गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने दुमका के गांधी मैदान में सुबह नौ बजे ध्वजारोहण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की भावना के अनुरूप नई स्थानीयता नीति परिभाषित कर रहे हैं। झारखंड सरकार निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत पदों को स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करने जा रही है। अल्पसंख्यक विद्यालय में कर्मी की नियुक्ति के लिए नियमावली बनाई जा रही है। शिक्षक और पुलिस भर्ती के लिए सरकार जल्द नई नियमावली ला रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इस वर्ष को नियुक्ति वर्ष घोषित किया है और इस दिशा में कार्रवाई प्रारम्भ कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर विभिन्न विभागों की ओर से झांकी निकाली गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में मजबूत सरकार चल रही है। झारखंड और झारखंड अस्मिता मेरे लिए सर्वोपरि है। सामाजिक न्याय के साथ एक सशक्त और विकसित झारखंड के निर्माण के संकल्प को लेकर मैं पूरी निष्ठा और तत्परता से काम कर रहा हूं जिसमें भरपूर जनसहयोग हासिल है। बीता एक साल कोविड-19 की वजह से चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन हम हर मोर्चा पर लड़े और महामारी को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। कोविड-19 की वजह से सामाजिक और आर्थिक तानाबाना को नुकसान हुआ है। इसके बावजूद सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों की शुरूआत की है।
सीएम ने कहा कि झारखंड में राज्य कृषि ऋण माफी योजना की शुरुआत की गई है। झारखंड राज्य फसल राहत योजना की शुरुआत किसानों के हित में की गई है। बेरोजगारी को दूर करने और नौकरियों के लिए अवसर प्रदान करने के लिए जेपीएससी के द्वारा द झारखंड कंबाइंड सिविल सर्विसेज एक्जामिनेशन रूल्स 2021 का गठन कर लिया गया है। राज्य में खेलकूद को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को नौकरी मुहैया कराने के लिए पहली बार राज्य के सभी 24 जिलों में जिला खेलकूद पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है।
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के बेरोजगारों को रोजगार के लिए अनुदान पर 25 लाख रूपये तक ऋण मुहैया कराया जाएगा। राज्य के मेधावी छात्र-छात्राओं को विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए मरड् गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई है। दुमका में कन्वेंशन सेंटर का निर्माण हो रहा है जिसके माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया जाएगा। दुमका में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज के लिए 500 बेड अस्पताल का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
झारखंड में खास है ये परंपरा
झारखंड में गणतंत्र दिवस की एक खास परंपरा है। इसके तहत सीएम, राजधानी रांची के बजाय उपराजधानी दुमका में ध्वजारोहण करते हैं। जबकि राजधानी रांची में राज्यपाल द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है। ध्वजारोहण का यह कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस पर बदल जाता है। स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री राजधानी रांची तो राज्यपाल दुमका में ध्वजारोहण करते हैं। बिहार को विभाजित कर 15 नवंबर, 2000 को झारखंड राज्य का निर्माण हुआ। इसके पहले 15 अगस्त पर पटना में मुख्यमंत्री तो रांची में राज्यपाल ध्वजारोहण करते थे। इसी तरह गणतंत्र दिवस पर पटना में राज्यपाल तो रांची में मुख्यमंत्री ध्वजारोहण करते थे। अलग झारखंड राज्य बना तो रांची को राजधानी के साथ ही दुमका को उपराजधानी बनाया गया। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर पहले से चली आ रही ध्वजारोहण की परंपरा को अपना लिया गया।
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