झारखंड में बर्ड फ्लू का एक भी मामला नहीं!
ब्यूरो रिपोर्ट
पशुपालन विभाग ने कहा कि बर्ड फ्लू एक विषाणु पंछियों फैलने वाला रोग है। जलीय / प्रवासी पक्षियों द्वारा इस बीमारी का संकमण पालतू पक्षियों यथा कुक्कुट, बत्तख आदि में होता है। प्रायः सर्दी के मौसम में इस बीमारी का संकमण देखा गया है। विगत कुछ दिनों से देश और राज्य के कई हिस्सों से पक्षियों के मरने की सूचना टेलीविजन, रेडियो और पेपर के माध्यम से मिल रही है। जंगली पक्षियों यथा कौओं, मैनों, कबूतरों आदि में संकमण की पुष्टि इस अवस्था में अभी तक नहीं हुई है। कुक्कुट, बत्तख जैसे पालतू पक्षियों की मृत्यु की सूचना अभी तक राज्य में नहीं है।
प्रायः यह देखा जाता है कि जहाँ – तहाँ कौआ, मैना, कबूतर आदि को मृत पाया जाने पर जनसंख्या सामान्य भयाकान्त हो रहे हैं।
पशुपालन विभाग ने कहा की इससे होने कि जरुरत नहीं बल्कि सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस तरह के हालात आने वाले मृत पक्षियों को न छूते हैं।
संबंधित पशुचिकित्सक या जिले और राज्य स्तर पर जारी हेल्पलाइन नंबर पर इसकी सूचना अविलम्ब दें। पशुपालन विभाग इस बीमारी पर पूरी सतर्कता बरत रहा है। कहीं भी मृत पक्षियों की सूचना प्राप्त होने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। मृत और संदिग्ध जीवित पक्षियों से नमूने लिए जा रहे हैं। ये केंद्र को केंद्र सरकार द्वारा बर्हित प्रयोगशाला में जाँच के लिए भेजे जा रहे हैं। जाँच के कम में अगर कोई नमूना सकारात्मक पाया जाता है, तो इसकी अधिसूचना सर्वप्रथम केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी, तत्पश्चात संबंधित अधिसूचना राज्य सरकार / पशुपालन विभाग द्वारा जारी की जाएगी।
अतः जनसामान्य से अनुरोध है कि अफवाहों का हिस्सा ना बनें, सतर्क रहें और विभाग को सहयोग करें। पशुपालन विभाग इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य का हेल्पलाइन नंबर 9835152390
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