एनटीपीसी एवं एल एंड टी द्वारा दर्ज मुकदमे में जेल भेजे गए 6 लोगों को मिली बेल, निकले जेल से बाहर
झारखण्ड ब्यूरो उमेश सिन्हा
हजारीबाग/केरेडारी:- चट्टी बारियातू कोल खनन परियोजना व एल एंड टी कंपनी प्रबंधन द्वारा केरेडारी थाने में दर्ज किए गए थाना कांड के तहत कुल 6 विस्थापित आंदोलनकारियों को विगत दिनों न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। दिन शनिवार को न्यायालय के द्वारा उक्त सभी विस्थापितों को बेल मिल गई जिसके बाद जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा जेल में बंद उमेश साव, राजा मियां, मोहम्मद मुर्तुजा, मोहम्मद मकसूद, मोहम्मद कलाम एवं मोहम्मद इमरोज को कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद रविवार को बेल दिया गया। उक्त सभी लोगों का स्वागत करने पहुंची स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद खुद जेपी कारागार हजारीबाग पहुंचकर फुल माला पहनाकर एवं मिठाई खिलाया। जेल से निकलने पर विस्थापितों एवं उनके परिजनों ने विधायक अंबा प्रसाद के प्रति आभार व्यक्त किया एवं अपने हक एवं अधिकार के लिए फिर से आवाज उठाने हेतु हौसला बुलंद किया। जेल से निकलने पर विस्थापितों ने कहा कि पुलिस प्रबंधन एवं कंपनी प्रबंधन के सहयोग से देर रात्रि बगैर किसी प्रकार का नोटिस प्रदान किए हमें जेल भेज दिया गया एवं अपराधियों की तरह व्यवहार किया गया जबकि हम सिर्फ और सिर्फ शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। कई लोगों ने बताया कि पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें एकाएक देर रात्रि घर से उठा लिया गया। जेल से बाहर निकले लोगों ने यह भी कहा कि क्षेत्र के कई लोग कंपनी के दलाल बन गए हैं जिसमें कई पंचायत प्रतिनिधि व स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल है परंतु हम रैयतों के हक एवं अधिकार के लिए जिन्होंने आवाज उठाया है वह सिर्फ और सिर्फ हमारी स्थानीय विधायक सुश्री अंबा प्रसाद एवं उनके परिजनों ने उठाई है, और अभी हम लोग जेल से बाहर निकले हैं तो इसमें भी माननीय विधायक जी की ही देन है।
मौजूद मीडिया कर्मियों को विधायक अंबा प्रसाद में संबोधित करते हुए कहा कि मेरा पूरा परिवार बड़कागांव विधानसभा वासियों के लिए समर्पित है। शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कंपनी प्रबंधन के द्वारा फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए एवं आनन-फानन में जेल भेजने का कार्य किया गया है। कंपनी प्रबंधन की शुरू से ही झूठे फर्जी मुकदमे दर्ज कर रैयतों की आवाज को कुचलने की नीति रही है, कंपनी प्रबंधन बगैर मुआवजा एवं अन्य सुविधाएं दिए सिर्फ और सिर्फ जमीन लेकर अपना हित को साधने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मैंने अपना शत प्रतिशत विधानसभा क्षेत्र वासियों के लिए दिया है, झूठे मुकदमे में फंसा कर लोगों को जेल भेजा गया और माननीय न्यायालय ने भी तुरंत बेल दे दिया जिससे यह सिद्ध होता है कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा सिर्फ और सिर्फ झूठे एवं बेबुनियाद मामले शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे लोगों के ऊपर दर्ज किए थे।
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