ओशोधारा ध्यान केंद्र बिजुलिया में ओशो सिद्धार्थ का जन्म उत्सव मनाया
झारखण्ड ब्यूरो /उमेश सिन्हा
रामगढ़। शुक्रवार को ओशो धारा ध्यान केन्द्र, बिजुलिया स्थित श्री श्याम कृपा भवन में समर्थ गुरू ओलिया ओशो सिद्धार्थ जी का जन्मोत्सव मनाया गया। माल्यार्पण के पश्चात गुरु जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुर आचार्य श्री स्वामी प्रेम पारिजात (कमल बगड़िया) ने कहा कि जिस तरह एक कुम्हार अपनी चाक को चलाता हुआ उसके केन्द्र पर ध्यान रखता है। हमें भी भगवान को केन्द्र में रखते हुए ध्यान रखना हे। हमे भी भगवान को केंद्र में रखते हुए ध्यान में उतरना चाहिए।
ओशो में जोरबा बी बुद्ध की शिक्षा दी। ओशो ने कहा जोरबा ज्ञानी संस्कार की
समृद्धि को प्राप्त करते हुए भगवान बुद्ध की तरह अध्यात्म को पाकर संबोधि को उपलक्ष होना ही मानव जीवन की सफलता है। जिस तरह पात्र अगर गंदा है। जोरबा यानी संसार की समृद्धि को प्राप्त करते हुए। ओशो ने जोरबा की बुद्धा की शिक्षा दी। मन में अगर विकार हो तो ध्यान में उतरा नहीं जा सकता। संबोधी को उपलब्ध होना ही मानव जीवन की सफलता है। भ्रामरी प्राणायाम के ब्रह्मा ध्यान के द्वारा संगीत उत्सव नृत्य में डुबाया। तत्पश्चात प्रसाद का वितरण हुआ। इस अवसर पर महेन्द्र अग्रवाल, संजय शर्मा, प्रमोद मोदी सोम खंडेलवाल, विनोद गर्ग, राजेश कुमार अग्रवाल, सुरेश बगडिया अशोक गुप्ता, किशोर गुप्ता, राज रामगढ़ी, वरुण बगड़िया लोकेश बगडिया, रंजना अग्रवाल, अयोध्या प्रसाद, अनिल अग्रवाल, सोनी देवी, चंदा बगड़िया, मीना बगडिया, बिंदु कुमारी, कंचन गांगुली, पारो, मेहा, संतोष कुमार, विजया लक्ष्मी, केदार मुण्डा, सुमित्रा देवी, सोनी देवी, चंचला, मीनू बगडिया, श्वेता बगड़िया, बिक्की रजक सहित अनेक साधक मित्र उपस्थित थे। कार्यक्रम के पश्चात केक काटा गया।
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