कराटे के महागुरु प्रमोद पाठक एवं कराटे ने हमें अनुशासन के साथ जीवन में एक सफल मुकाम दिलाया
झारखण्ड ब्यूरो/उमेश सिन्हा
सेंसी प्रमोद पाठक जिनका नाम लिम्का एवं गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इन्हें हाल ही में मिला ‘भारत गौरव कराटे खेल रत्न” इनका नाम 2022 के जी के बुक में आया । प्रमोद पाठक के हजारों स्टूडेंट्स इनसे कराटे सीखकर एक अनुशासन के साथ पढ़ाई कर सफल इंसान बने और जीवन में अच्छा मुकाम हासिल किए हैं वहीं ये आज देश की सेवा कर रहे है। जिनमे तीन स्टूडेंटस आदित्य तिवारी ,बलबीर प्रसाद एवं सुधीर कुमार ने शिक्षक दिवस पर प्रमोद पाठक का आशीर्वाद लिया और उन्हें धन्यवाद दिया। वहीं आदित्य तिवारी बने मर्चेंट नेवी, सुधीर कुमार बने रेल पदाधिकारी एवं बलवीर प्रसाद बने आरपीएफ सब इंस्पेक्टर।
आदित्य तिवारी जो भारतीय नौसेना में कार्यरत हैं बलवीर प्रसाद जो आरपीएफ में बतौर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर कार्यरत हैं वही सुधीर कुमार भारतीय रेल में असिस्टेंट टी सी के पद पर मुंबई में कार्यरत हैं। इन तीनों का कहना है कि कराटे के महागुरु प्रमोद पाठक के सही मार्गदर्शन तथा कराटे में सिखाए गए अनुशासन की बदौलत आज हम जीवन में इतने सफल हो पाए हैं। इन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रमोद पाठक सर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सर आपके सही मार्गदर्शन और जीवन जीने के शैली जो आपने हमें सिखाए उन्हीं की बदौलत आज हम कामयाबी के शिखर पर पहुंच पाए हैं। बलवीर प्रसाद साफ तौर पर कहते हैं कि कराटे की वजह से मुझमें इतना आत्मविश्वास है कि मैं हर गलत काम करने वालों के खिलाफ एक चुनौती बन कर खड़ा हो पाता हूँ और मुझे किसी बात का डर नहीं क्योंकि मैं एक मार्शल आर्टिस्ट रह चुका हूँ तो बुराई और बुरे इंसानों के विरुद्ध लड़ने के लिए हर पल अपने आप को सक्षम पाता हूँ। अंत मे इन तीनो सफल स्टूडेंट्स ने नव युवकों एवं स्कूल कॉलेज के स्टूडेंट्स से कहा है कि कराटे के महा गुरु प्रमोद पाठक से आप सब भी कराटे सीख कर एक सफल इंसान बनें।
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