साईं नर्सिंग होम ने वज्रपात की चपेट में आए युवक की बचाई जान
झारखण्ड ब्यूरो /उमेश सिन्हा
बुधवार को पतरातू बावन धारा खटाल निवासी तुलसी कुमार यादव नामक युवक क्रिकेट खेलने के दौरान वज्रपात की चपेट में आ गया। घटना दरअसल पतरातू ब्लॉक स्थित एक क्रिकेट ग्राउंड की है जहाँ कुछ बच्चों के संग तुलसी कुमार यादव क्रिकेट खेलने गया था। अचानक हुई तेज बारिश से बचने के लिए यह लड़के टीन के बने शेड में चले गए। जहाँ बज्रपात होने के कारण तुलसी उसकी चपेट में आ गया। बाकी लड़के कुछ दूर पेड़ की आड़ में थे। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी कानों में झनझनाहट होने लगी और कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। यहाँ तारीफ होगी उन बच्चों की जिन्होंने तुरंत आनन-फानन में तुलसी को अपनी बाइक पर बैठाकर साईं नर्सिंग होम ले गए जहाँ उसकी स्थिति काफी नाजुक बनी हुई थी। ऐसे में साईं नर्सिंग होम के संचालक राकेश कुमार सिंह तथा डॉ मन्नू एवं उनकी चिकित्सकीय टीम ने तुलसी की बेहतरीन ढंग से इलाज करते हुए उसे मौत के मुंह से बाहर निकाला। राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जब तुलसी को यहाँ लाया गया उसका ऑक्सीजन लेवल 50 से 52 ही बताया जा रहा था और उसका पल्स रेट भी बिल्कुल कम था। बज्रपात के कारण उसके हर्ट में भी स्टार्क इफेक्ट पड़ा था। ऐसे में डॉ मनु एवं उनकी टीम की सूझबूझ एवं सटीक इलाज के कारण तुलसी की जान बचाई जा सकी। वहीं तुलसी के अभिभावकों ने इस बात को स्वीकार किया कि यदि ऐसा ही इलाज किसी बड़े अस्पताल में हम कराने गए होते तो हमें लाखों रुपए खर्च करने पड़ते। जबकि साईं नर्सिंग होम में महज दस हजार रुपयों में हमारे बच्चे का समुचित इलाज भी हुआ और आज वह सब कुशल है। इसके लिए हम साईं नर्सिंग होम के तमाम डॉक्टर एवं उनकी टीम को अपनी ओर से बधाई देते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं। ज्ञात हो कि साईं नर्सिंग होम पतरातू में एक ऐसी अस्पताल है जहाँ गरीबों को हमेशा कम पैसों या कभी-कभी बिना शुल्क भी इलाज किया जाता है। क्षेत्र में इसे गरीबों के अस्पताल के नाम से भी जाना जाता है।
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