राष्ट्रीय चेतना के संदर्भ में प्रेमचंद साहित्य आज भी प्रासंगिक : डॉ. शारदा प्रसाद
झारखण्ड ब्यूरो /उमेश सिन्हा
राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्रेमचंद जयंती का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ‘प्रेमचंद की राष्ट्रीय चेतना’ विषय पर ‘एकल व्याख्यान श्रृंखला’ के तहत व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ. शारदा प्रसाद एसोसिएट प्रोफेसर सह प्राचार्य, रामगढ़ कॉलेज, विनोबा भावे विश्वविद्यालय उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार द्वारा डॉ. शारदा प्रसाद को विश्वविद्यालय प्रतीक चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर किया गया।
डॉ. शारदा प्रसाद ने अपने व्याख्यान में प्रेमचंद की रचनाओं के हवाले से राष्ट्रीय आंदोलन के तहत राष्ट्रीय चेतना के मूलभूत तथ्यों को उजागर किया। उन्होंने प्रेमचंद साहित्य के विविध पहलुओं को आधार बनाकर उनकी राष्ट्रीय चेतना पर प्रकाश डाला। साथ ही, युवाओं को वर्तमान चुनौतियों के लिए तैयार रहने पर जोर दिया।
कार्यक्रम का संयोजन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मनमीत कौर ने किया। मंच संचालन डॉ. सत्येंद्र कुमार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंजनी कुमार मिश्रा ने किया।
कार्यक्रम में सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, व्याख्यातागण तथा विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
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