रायगढ़ ब्यूरो पियूष पटनायक की रिपोर्ट
रायगढ़ जिला ब्यूरो रिपोर्ट, महाजेंको के कोल ब्लॉक एरिया में जमीनों के टुकड़े खरीदकर करोड़ों के सपने देखने वाले दलालों और सरकारी मुलाजिमों पर चोट पडऩे वाली है। उनकी असलियत बाहर लाने के लिए जांच हो रही है जो चंद दिन में पूरी हो जाएगी। बताया जा रहा है कि बिना किसी बताए चुपचाप दस्तावेज एकत्र कर उसे देखा जा रहा है। तमनार में महाजेंको ने गारे पेलमा सेक्टर-2 कोल ब्लॉक के लिए भू-अर्जन प्रारंभ करने का प्रयास कर रहा है। प्रारंभिक पर्यावरणीय एवं वन स्वीकृति मिल चुकी है लेकिन कंपनी चाहती है कि जमीन घोटाले की जांच जल्दी हो ताकि नुकसान पहुंचाने वाले जिम्मेदार जेल की सलाखों के पीछे चले जाएं। महाजेंको के इस कोयला खदान से 14 गांव प्रभावित हो रहे हैं।
इन गांवों में बाहरियों और स्थानीय रसूखदार लोगों ने टुकड़ों में जमीनें खरीदकर उस पर निर्माण कर लिए हैं। खेतों के बीच पोल्ट्री फार्म के शेड खड़े कर दिए हैं जहां पानी भरा है। इन निर्माण के एवज में कंपनी से मोटी कम ऐंठने की साजिश की गई है। ग्रामीणों को हथियार बनाया गया है। मामले का खुलासा होने के बाद कलेक्टर रानू साहू ने घरघोड़ा एसडीएम डिगेश पटेल को जांच के आदेश दिए थे। सूत्रों के मुताबिक एक टीम चुपचाप दस्तावेजों की छानबीन में लगी है। घोटालेबाजों को भनक लगने के पहले ही जांच तकरीबन पूरी हो चुकी है। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को जांच में लगाया गया है, उनके नाम भी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं ताकि कोई भी इसे बाधित न कर सके। घरघोड़ा के पूर्व एसडीएम को भी सब कुछ मालूम था।
कई सरकारी अधिकारी आ रहे हैं लपेटे में
इस घपले में केवल बड़े धन्ना सेठ ही नहीं बल्कि कई अधिकारी भी लपेटे में आ रहे हैं। किसी ने पत्नी के नाम पर तो किसी ने बेटी के नाम पर दस-बीस डिसमिल के खेत खरीद लिए। इस पर निर्माण भी करवा लिए। बताया जा रहा है कि गांवों में हुए अवैध निर्माणों में कई अफसरों ने निवेश किया है।
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