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नामकुम अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक रवींद्र प्रसाद (वर्तमान में सोनाहातू अंचल में पदस्थापित) के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच शुरू
झारखण्ड ब्यूरो/दशरथ विश्वकर्मा
रांचीःभ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने नामकुम अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक रवींद्र प्रसाद (वर्तमान में सोनाहातू अंचल में पदस्थापित) के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.
एसीबी के डीजीपी नीरज सिन्हा के पास रवींद्र प्रसाद के खिलाफ सरकारी जमीन की गलत बंदोबस्ती करने और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कराया गया था. इसको लेकर एसीबी ने प्रारंभिक जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
एसीबी की तरफ से डोरंडा थाने के अवर निरीक्षक बीकू रजक को इसका जांच अधिकारी बनाया गया है. इसको लेकर बीकू रजक ने शिकायत कर्ता से मामले से संबंधित पूछताछ शुरू की है
इस संबंध में न्यूज 11 भारत ने भी रवींद्र प्रसाद द्वारा एचइसी की जमीन समेत सुवर्णरेखा नदी तट की जमीन बेचने के कई मामलों से संबंधित खबर भी पिछले दिनों प्रकाशित की थी.
खबरों में यह भी कहा गया था कि तत्कालीन अनुमंडलाधिकारी पवन कुमार ने रांची के उपायुक्त छवि रंजन के कहने पर जांच की थी.
जांच रिपोर्ट में सदर अनुमंडलाधिकारी पवन कुमार ने एचइसी औऱ् सुवर्णरेखा नदी की जमीन के बेचे जाने की पुष्टि करते हुए आरोपी राजस्व उप निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंसा की थी.
इतना ही नहीं उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में अंचल कार्यालय का निरीक्षण करने की बातें कही थीं, जिसमें जमीन बेचे जाने के मामले पर उचित जवाब नहीं दिये जाने की उल्लेख भी किया गया था.
फिलहाल राजस्व उप निरीक्षक रवींद्र प्रसाद सोनाहातू अंचल में हैं पदस्थापित
रवींद्र प्रसाद की अनियमितताओं की लंबी फेहरिस्त को देखते हुए उन्हें सोनाहातू अंचल में पदस्थापित किया गया है.
नामकुम अंचल में रहते हुए उन्हें तुपुदाना हल्का के हटिया, तुपुदाना, बालसिरिंग और हेसाग मौजा के जमीन की लगान रसीद काटने से लेकर अन्य जिम्मेवारियां दी गयी थीं.
4-5 वर्षों से अधिक समय तक नामकुम अंचल में पदस्थापित रहते हुए इन्होंने हल्का 4 और हल्का 6 को कभी भी नही छोड़ा और इसी हल्का की जमीन की गलत जमाबंदी भी की. जिसके प्रमाण जांच रिपोर्ट में भी प्रमाणित हुए हैं.
जांच रिपोर्ट में गैर मजरुआ खास, गैर मजरुआ आम, नदी-नाले तक की जमीन की गलत जमाबंदी करने की बातें भी उल्लेखित है.
इसके अलावा इनके द्वारा चुटिया में बहुमंजिली इमारत बनाने, रातू के दलादिली चौक पर लकड़ी, सनमाइका की बड़ी दुकान चलाने का भी आरोप लगा था. इतना ही नहीं अपने बेटे को विदेश में पढ़ाने की शिकायत भी एसीबी से की गयी थी.
इन सभी मामलों पर एसीबी ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई भी की जायेगी
इनके खिलाफ संजीव कुमार नामक युवक ने भी फरजी जमाबंदी खोले जाने की शिकायत प्रमंडलीय आयुक्त के समक्ष की थी. उसकी भी अलग से जांच चल रही है.
इनके द्वारा की गयी सारी गड़बड़ियां तत्कालीन सीओ शुभ्रा रानी, सुरेंद्र उरांव एव तत्कालीन अंचल निरीक्षक रुद्र प्रताप साहू के समय की हैं।
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