राज्य सरकार बनाये एक रूपरेखा और जनता की करे सुरक्षा: सांसद जयंत सिन्हा

राज्य ब्यूरो झारखंड

माननीय हज़ारीबाग सांसद सह अध्यक्ष वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति श्री जयंत सिन्हा जी कोरोना पर नियंत्रण पाने और क्षेत्र व राज्यवासियों की सुरक्षा की दृष्टि से माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को निरतर सुझाव देते और आग्रह करते रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2021 में भी राज्य में कोविड से लड़ने हेतु बेहतर प्रबंधन के लिये मुख्यमंत्री जी को सुझाव भेजे थे।

श्री जयंत सिन्हा जी ने ओमिक्रोन से लड़ने के लिये भी एक स्ट्रेटेजिक प्लान के लिए सुझाव मुख्यमंत्री जी को भेजे हैं। उन्होंने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रोन के रूप में पूरे विश्व समेत देश व झारखण्ड के सामने आ रही है। हज़ारीबाग लोकसभा में ‘कोरोना हारेगा अभियान’ के अंतर्गत हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मैंने स्वयं सांसद मद से ₹2 करोड़ की राशि आवंटित की है, जिससे स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा 6 लाख मास्क तैयार किये गए हैं। साथ ही, 25 हज़ार सुरक्षा किट व 25 हज़ार स्वच्छता किट ज़रूरतमंदों को हर गाँव में उपलब्ध करवा रहा हूँ। समुचित प्रयास से 500 से अधिक ऑक्सीजन बेड भी लगवाए गए हैं। हज़ारीबाग व रामगढ़ में 2 ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना की गई है एवं 1 प्लांट और स्थापित किया जा रहा है। साथ ही 1 हज़ार से अधिक मेडिकल कैम्प, वैक्सीनेशन और जागरूकता के लिए भी लगवाए हैं।

उन्होंने कहा है कि ओमिक्रोन पर काबू पाने की अविलंब ज़रूरत है ताकि संक्रमितों की संख्या नियंत्रित रहे और स्वास्थ्य व्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। इसके लिये एक वैज्ञानिक व डेटा आधारित स्ट्रेटेजिक प्लान की आवश्यकता है, जिससे संबंधित कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:

1. *कोरोना योद्धाओं को सहयोग*: हमारे कोरोना योद्धा पिछले 1.5 साल से दिन-रात सेवा में जुटे हैं और निरंतर मेहनत कर रहे हैं। ये सुनिश्चित करना होगा कि वे ओमिक्रोन से लड़ने के लिए प्रशिक्षित हों तथा उन्हें पर्याप्त मात्रा में विश्राम मिल रहा हो। उन्हें हर साधन उपलब्ध करवाये जाने चाहिए और प्रोत्साहित करते रहना चाहिए।

2. *जागरूकता*: लोगों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाने, कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज़ लेने, 15-18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण करवाने और पात्र व्यक्तियों को बूस्टर डोज़ लेने हेतु जागरूक करना चाहिए। साथ ही कोविड लक्षण दिखने पर होम आइसोलेशन में स्वयं की देखभाल करने हेतु भी प्रशिक्षित करना होगा। झारखण्ड सरकार केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स की तर्ज़ पर दिशा-निर्देश जारी कर जागरूकता बढ़ाये ताकि लोग डॉक्टर की ज़रुरत न होने पर घर पर ही देखभाल कर सकें और अस्पतालों पर अधिक बोझ न पड़े।

3. *सूचनाओं का विस्तारण*: इसके लिए प्रशासनिक दक्षता बढ़ाकर सूचनाओं को पारदर्शी व सुलभ बनाना होगा। ज़िला कंट्रोल रूम का निर्माण कर डैशबोर्ड बनाने होंगे, जो रियल-टाइम जानकारी उपलब्ध करवाएं ताकि एम्बुलेंस, बेड, वेंटिलेटर व ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाएं निर्बाध रूप से उपलब्ध हो सकें। साथ ही दैनिक रूप से मेडिकल बुलेटिन जारी करने होंगे और सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर व वेबसाइट जारी करनी होगी, जिससे सही मार्गदर्शन मिल सके।

4. *कोरोना जांच*: रैपिड टेस्ट व आरटीपीसीआर जांच में वृद्धि करनी होगी। इनका भुगतान झारखण्ड सरकार द्वारा किया जाए ताकि कोई भी व्यक्ति मुफ़्त में परीक्षण करवा सके।

5. *लॉकडाउन*: आवश्यक होने पर कंटेनमेंट ज़ोन व लॉकडाउन लगाए जा सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आमजनों को और आपातकालीन सेवाओं को असुविधा का सामना न करना पड़े।

श्री जयंत सिन्हा जी ने कहा कि हर व्यक्ति कि सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को हर संभव कदम उठाना चाहिए। सभी हर सहयोग देने के लिये तैयार हैं। उन्होंने समस्त हज़ारीबाग लोकसभा वासियों की ओर से मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि वे उक्त सभी विषयों पर संज्ञान लेकर यथोचित कार्रवाई करने की कृपा करें।

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