
दो पाजीटिव परीक्षार्थियों ने अलग कमरे में दी टीईटी की परीक्षा
चांपा रिपोर्टर अमनप्रीत सिंह भाटिया
जांजगीर-चांपा – व्यापमं द्वारा आज शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन दो पालियों में 29 केन्द्रों में किया गया। पहली पाली में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा हुई, जबकि दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से मिडिल स्कूल के लिए पात्रता परीक्षा हुई। पहली पाली में 7 हजार 125 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी और 2 हजार 797 अनुपस्थित रहे, जबकि दूसरी पाली में दो पाजीटिव परीक्षार्थियों ने अलग कमरे में दी टीईटी की परीक्षा
व्यापमं द्वारा आज शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन दो पालियों में 29 केन्द्रों में किया गया। पहली पाली में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा हुई, जबकि दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से मिडिल स्कूल के लिए पात्रता परीक्षा हुई। पहली पाली में 7 हजार 125 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी और 2 हजार 797 अनुपस्थित रहे, जबकि दूसरी पाली में 6 हजार 82 लोगों ने परीक्षा दी और 2 हजार 271 लोग अनुपस्थित रहे। दो कोरोना पाजीटिव परीक्षार्थियों ने भी परीक्षा दी। उनके लिए अलग कमरे की व्यवस्था की गई थी।
आज सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक प्राइमरी स्कूल के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई। इसमें 9 हजार 922 लोगों ने आवेदन दिया था। मगर परीक्षा में 7 हजार 125 लोग ही उपस्थित हुए और 2 हजार 797 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए, जबकि दूसरी पाली मेंदोपहर 2 से शाम 5 बजे तक परीक्षा हुई। मिडिल स्कूल शिक्षक पात्रता के लिए 8 हजार 353 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें 6 हजार 82 लोगों ने परीक्षा दी, जबकि 2 हजार 271 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दोनों पालियों की परीक्षा में 150-150 सौ प्रश्न पूछे गए थे। इनमें हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न थे। परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र को कठिन बताया। परीक्षार्थी रोहणी कश्यप ने बताया कि प्रश्न कठिन थे। खासकर शैक्षणिक अभिरूचि के प्रश्नों में परीक्षार्थियों को मशक्कत करनी पड़ी, जबकि हिन्दी के प्रश्न सरल थे। इस परीक्षा में परीक्षार्थियों के लिए मास्क लगाना जरूरी था। परीक्षार्थी को एक-एक कुर्सी टेबल अलग से दिया गया था। वहीं संक्रमित परीक्षार्थियों को पीपीई किट पहनकर परीक्षा दिलाने की छूट थी। केन्द्रों को पहले से सैनिटाइज किया गया था और प्रवेश के समय हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर दिया जा रहा था। इस दौरान शासकीय कृषि महाविद्यालय और ज्ञान भारती स्कूल स्थित परीक्षा केन्द्र में एक -एक कोरोना संक्रमित परीक्षार्थी ने परीक्षा दी। उन्हें अलग से कक्ष में बैठाया गया था। उनकी उत्तर पुस्तिका को सैनिटाइज कर जमा लिया गया। इसके बाद लिफाफा में पैक किया गया। वहां ड्यूटी कर रहे वीक्षक ने भी पूरे परीक्षा के दौरान सावधानी बरती। टीसीएल कालेज के प्राचार्यएवं परीक्षा समन्वयक डा. के पी कुर्रे ने बताया कि ज्ञान भारती केपाजीटिव परीक्षार्थी को अलग से कमरे में बैठाया गया था। परीक्षार्थी पीपीई किट पहना था ।
रास्ते में आया पाजीटिव होने का मैसेज
कृषि महाविद्यालय का एक परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचा इसी दौरान उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि वह पाजीटिव आ गया है उसने इसकी जानकारी परीक्षा केन्द्राध्क्ष को दी। तब उसे अलग कमरे में बैठाया गया था। रास्ते में मैसेज आने के कारण पीपीई किट की व्यवस्था तो नहीं हुई थी मगर मास्क लगाकर उसने अलग से कमरे में परीक्षा दी।
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