रामगढ़ चेंबर का हो चुका है कांग्रेसीकरण: भाजपा

ब्यूरो रिपोर्ट

रामगढ़। क्षेत्र की प्रसिद्ध व्यवसायिक संस्था रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कार्यालय में रविवार की शाम सांसद जयंत सिन्हा का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान सांसद और चेंबर के लोगों में गरमागरम बहस हुई। रामगढ़ चेंबर के कार्यक्रम में सांसद जयंत सिन्हा की हुई बेइज्जती के बाद सोमवार को रामगढ़ के होटल लॉ मैरिटल के सभागार में सांसद प्रतिनिधियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद प्रतिनिधि नारायण चंद्र भौमिक, प्रकाश मिश्रा, इलारानी पाठक, रणजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू, रविंद्र शर्मा सहित अन्य भाजपा नेता शामिल हुए।

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद प्रतिनिधि प्रकाश मिश्रा और कुंटू बाबू ने कहा कि कल की चैंबर की घटना रामगढ़ के इतिहास में पहली बार घटी है। चेंबर के कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को बुलाकर बेइज्जती की जा रही है। रामगढ़ चेंबर का पूरी तरह से राजनीतिकरण हो गया है। यह व्यवसायियों की संस्था है। यहां राजनीतिक करना ठीक नहीं होता है। रामगढ़ क्षेत्र की जनता बिजली और राजधानी एक्सप्रेस के मुद्दे पर दुखी और परेशान है।लोग अपने अपने तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। सांसद जयंत सिन्हा ने भी अपने स्तर से इन दोनों बिंदुओं पर जोरदार प्रयास किया है। उन्होंने दिल्ली में रेल मंत्री से मुलाकात कर राजधानी एक्सप्रेस के रूट परिवर्तन का मुद्दा रखा है। इस बात की जानकारी चेंबर अध्यक्ष को भी है। सांसद क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार तत्पर रहते हैं। बिजली की समस्या राज्य सरकार की है। राज सरकार डीबी सी को बकाया राशि की भुगतान नहीं कर रही है।जिसके कारण डीवीसी लोड सेडीग कर रहा है। बताया गया कि रेल रूट का परिवर्तन किसी सांसद के दबाव में नहीं किया है।बल्कि रेलवे प्रत्येक वर्ष नुकसान और मुनाफा का आकलन करते हुए ट्रेनों का रूट परिवर्तन करती है। रेलवे इसी आकलन के तहत राजधानी एक्सप्रेस का रूट बदला है। परंतु सांसद जयंत सिन्हा ने रेल मंत्री के सामने इसका जोरदार विरोध किया है। हालांकि रेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि रेलवे बोर्ड की बैठक में इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वक्ताओं ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत सांसद को रामगढ़ चेंबर कार्यालय में बुलाकर बेइज्जत किया गया है।रामगढ़ चेंबर का पूरी तरह से कांग्रेसीकरण हो गया है। कहा गया कि अतिथियों को बुलाकर उनका स्वागत किया जाता है। लेकिन चेंबर के कार्यक्रम में सांसद का स्वागत तक नहीं किया गया। कार्यक्रम में सांसद के पहले चार वक्ताओं ने बात रखी। सभी वक्ताओं ने एक ही बात को रखा। वक्ताओं ने कहा कि सांसद जयंत सिन्हा ने रामगढ़ चेंबर के अध्यक्ष पंकज तिवारी के हाथ से माइक नहीं छीना है।बल्कि अध्यक्ष ने उन्हें माइक थमा दिया था। कार्यक्रम की तस्वीर को सभी लोगों ने देखा है। किस प्रकार से लोगों ने हल्ला गुल्ला किया है। प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि बिजली की समस्या राज्य सरकार की देन है। राज सरकार डीवीसी को भुगतान नहीं दे रही है। जिसके कारण डीवीसी लोड शैडिंग कर रहा है। वक्ताओं ने कहा कि सांसद ने कोरोना संक्रमण के दौरान सराहनीय कार्य किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वक्ताओं ने बार-बार कहा कि चेंबर में आयोजित कार्यक्रम में एक साजिश के तहत सांसद को टारगेट किया गया है। सांसद का अपमान का मतलब पूरे लोकसभा क्षेत्र का अपमान है। रामगढ़ चेंबर को कांग्रेस ने राजनीति का अखाड़ा बना दिया है।

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