सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में प्रगति सुनिश्चित करें, लोगों को रोजगार से जोड़े, लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करें !

ब्यूरो रिपोर्ट गिरिडीह / झारखंड
गिरिडीह/जमुआ/तिसरी/गांवा, 20 मई 2021:- कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग एवं तैयार है। कोविड मरीजों को बेहतर चिकित्सीय उपचार एवं स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर उचित प्रयास किए जा रहे हैं ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सीय उपचार जिले में ही मिल सकें। कोविड संक्रमण के दूसरा लहर काफी खतरनाक साबित हो रहा है। कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने एवं संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उपायुक्त द्वारा लगातार प्रखंडों का निरीक्षण कर वहां चिकित्सीय सुविधाओं को सुदृढ़ एवं बेहतर करने का कार्य किया जा रहा है। ताकि मरीजों को चिकित्सीय उपचार हेतु उचित सुविधा मुहैया कराया जाय। इसी के निमित्त आज उपायुक्त ने कोविड केयर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मिर्जागंज, जमुआ का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों का मुआयना किया तथा मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं व चिकित्सीय उपचार से अवगत हुए। औचक निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों यथा नॉर्मल बेड, ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन पाइपलाइन व अन्य स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उक्त अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं एवं चिकित्सीय उपचार को सुदृढ़ एवं बेहतर किया जा रहा है ताकि संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सा उपचार कराया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि कोविड मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सीय उपचार एवं स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाय। जिला प्रशासन इस दिशा में कार्य कर रही है। आगे उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं/सेवाओं को सुदृढ़ एवं बेहतर किया जा रहा है ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सीय उपचार दिया जा सकें। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मिर्जागंज में 20 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तिसरी में 07 ऑक्सीजन बेड एवं सीएचसी गांवा में 20 ऑक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है, मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति पाइपलाइन के माध्यम से मुहैया कराई जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मिर्जागंज में 16 जंबो सिलेंडर, सीएचसी तिसरी में 04 जंबो सिलेंडर एवं सीएचसी गांवा में 20 जंबो सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। तत्काल में यहां 04 ऑक्सीजन सिलेंडर एवं 02 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्र के जरिए मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने अस्पताल में कार्य कर रहे चिकित्सकों/स्वास्थ्य कर्मियों/सफाई कर्मियों की स्तिथि की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में पेयजलापूर्ति, शौचालय, बिजली की आपूर्ति व अन्य बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पताल में एडमिट मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा एवं सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए बिजली चले जाने के अभाव में इनवर्टर की सुविधा उपलब्ध कराएं। साथ ही मरीजों के परिजनों हेतु बैठने की व्यवस्था व अन्य सुविधाएं को जल्द से जल्द दुरुस्त कर लें। ताकि यहां आने वाले मरीजों या उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय बनाकर कार्य संपादित करने का निर्देश दिया। साथ ही अस्पताल में दवा की उपलब्धता की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। इसके अलावा उपायुक्त ने अस्पताल की नियमित साफ सफाई एवं व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उपायुक्त ने सीएचसी तिसरी एवं सीएचसी गांवा का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया…

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तिसरी एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गांवा का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों यथा ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन पाइपलाइन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने टेस्टिंग एवं वैक्सिनेशन की स्थिति से अवगत हुए। उन्होंने वैक्सिनेशन एवं टेस्टिंग को लेकर नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने ऑब्जर्वेशन रूम, वैक्सिनेशन कक्ष, कोल्ड स्टोरेज, प्रसव कक्ष, शल्य कक्ष व अन्य कक्षों का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद चिकित्सा प्रभारी से उपायुक्त ने अस्पताल में एडमिट मरीजों की स्वास्थ्य की जानकारी, दवा की उपलब्धता, चिकित्सको व स्वास्थ्य कर्मियों एवं सफाई कर्मियों की जानकारी ली। साथ ही जल्द से जल्द सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।

● डोर टू डोर सर्वे कार्य को लेकर बेहतर माइक्रोप्लान तैयार करें एवं आपसी समन्वय बनाकर कार्य को संपादित करें:- उपायुक्त..

● वैक्सिनेशन एवं टेस्टिंग का नियमित मॉनिटरिंग करें, ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर व्यापक प्रचार प्रसार कर लोगों को टीकाकरण एवं टेस्टिंग के प्रति जागरूक एवं प्रोत्साहित करें:- उपायुक्त

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के सतत प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु डोर टू डोर सर्वे का कार्य अगले सप्ताह से प्रारंभ किया जाएगा। उक्त कार्य को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सहिया, सेविका, सहायिका, पोषण सखी, सखी मंडल की दीदियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रशिक्षण देने का कार्य जारी है। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि सर्वे टीम में कार्यरत सभी कर्मियों का प्रशिक्षण जल्द से जल्द करा लें। ताकि सुनियोजित तरीके से सर्वे का कार्य किया जा सकें। इस कार्य में ये टीमें घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जाएगा। जहां सामान्य लक्षण वाले व्यक्तियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। तथा पॉज़िटिव आने की स्थिति में उन्हें गांव के नजदीकी पंचायत भवन/विद्यालय में होम आइसोलेट किया जाएगा। जहां उनका समुचित चिकित्सीय उपचार किया जाएगा। टीम के द्वारा नियमित रूप से समय समय पर मरीजों का उचित देख-भाल, दवा की खुराक देना व अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा उपायुक्त ने बताया कि ज्यादा गंभीर वाले मरीजों को नजदीकी कोविड केयर अस्पताल में एडमिट किया जाएगा तथा वहां उनका समुचित चिकित्सीय उपचार किया जाएगा। इसके बाद भी अगर मरीज के हालात नहीं सुधरती है तो उसे गिरिडीह जिला में कोविड केयर अस्पताल में एडमिट कर वहां उनका बेहतर चिकित्सीय उपचार किया जाएगा। जिला प्रशासन का प्रमुख उद्देश्य है कि मरीजों को स-समय उपचार उपलब्ध कराया जाए। जिससे कि मृत्यु को रोका जा सकें। उन्होंने बताया कि अधिकांश मृत्यु अस्पताल विलंब आने की वजह से हो रही है, मरीजों को समय पर उपचार मिल नहीं रहा है, इसलिए जिला प्रशासन द्वारा घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। ताकि बीमारी को पहचान कर उन्हें समय पर चिकित्सीय उपचार मुहैया कराया जाय। इसके अलावा उपायुक्त ने संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी/चिकित्सा प्रभारी को समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया।

जिले में दवा की कोई कमी नहीं है, पर्याप्त मात्रा में सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध है:- उपायुक्त.
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निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने टेस्टिंग एवं वैक्सिनेशन को बड़े पैमाने पर बढ़ाने को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि 18 से 44 एवं 45 वर्ष के ऊपर के सभी योग्य लाभार्थियों को टीकाकरण से लाभान्वित करें। साथ ही टेस्टिंग किट्स का शत प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करें। रैपिड एंटीजन टेस्ट को बढ़ाएं। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि जिले में दवाओं की कोई कमी नहीं है। सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। दवाओं की कालाबाजारी एवं अनाधिकृत उपयोग न हो, यह सुनिश्चित करें। साथ ही वैक्सिनेशन एवं टेस्टिंग को लेकर लोगों को जागरूक करें। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें।

मुक्तिधाम में शवों के दाह-संस्कार हेतु सभी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करें, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो:- उपायुक्त…

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने शवों के दाह-संस्कार को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने मुक्तिधाम में पेयजलापूर्ति, शौचालय की सुविधा, लाइट, लकड़ियों की व्यवस्था, आने वाले परिजनों के बैठने हेतु शेडिंग की व्यवस्था आदि की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। दाह संस्कार हेतु उचित प्रबंधन जरूरी है। ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो।

● स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से कराएं अनुपालन:- उपायुक्त…

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी व पुलिस बलों को साप्ताहिक हाट बाजारों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हाट बाजारों को खुले मैदान में शिफ्ट कराएं। अनावश्यक भीड़ पर नियंत्रण रखें। हाट बाजारों में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से उचित अनुपालन सुनिश्चित करवाएं। इसके अलावा उपायुक्त ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत जारी दिशा निर्देशों का उचित अनुपालन कराने का निर्देश दिया। सभी चेकनाका पर विधि व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान उल्लंघन करने की स्तिथि में सख्ती बरतने तथा नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।

● सभी अंचलाधिकारी को राजस्व से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों में तेजी लाते हुए लंबित मामलों का त्वरित गति से निपटारा करने का निर्देश दिया…

● सरकार द्वारा संचालित योजनाओं मनरेगा, पीएम आवास, बिरसा हरित ग्राम योजना व अन्य योजनाओं में प्रगति सुनिश्चित करें, लोगों को रोजगार से जोड़े:- उपायुक्त

इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी अंचलाधिकारी को राजस्व से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों में तेजी लाते हुए लंबित मामलों का त्वरित गति से निपटारा करने का निर्देश दिया। साथ ही दाखिल खारिज, लैंड डीमार्केशन, रेंट कलेक्शन, भू-हस्तांतरण आदि कार्यों की जानकारी ली। तथा सभी कार्यों में प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आमजनों की समस्याओं का निराकरण करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। इसके अलावा उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में तेजी लाएं उसे निर्धारित समय पर पूर्ण करें। कोरोना काल में लोगों को रोजगार की समस्या आ रही है। लोगो को रोजगार उपलब्ध कराएं, लोगों को रोज़गार मिलते रहना चाहिए। सरकारी योजनाओ का नियमित मॉनिटरिंग करें। किसी को रोजगार की समस्या नहीं होनी चाहिए। मनरेगा, पीएम आवास, बिरसा हरित ग्राम योजना, सोखता गड्ढा आदि योजनाओं को समय पर पूर्ण करें।

जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रखंडों को उपलब्ध कराएं गए टेस्टिंग किट्स, मास्क एवं अन्य की सूची…

1. बगोदर सरिया प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 800, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 675, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 135, ग्लब्स 900, होम आइसोलेशन कीट 120, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1500 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 09 उपलब्ध कराया गया है।

2. बेंगाबाद प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 600, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 375, सैनिटाइजर 30, पी.पी.ई कीट 75, ग्लब्स 600, होम आइसोलेशन कीट 80, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 800 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 05 उपलब्ध कराया गया है।
3. बिरनी प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 650, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 420, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 85, ग्लब्स 700, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 08 उपलब्ध कराया गया है।

4. देवरी प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 750, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 405, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 80, ग्लब्स 800, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 08 उपलब्ध कराया गया है।

5. डुमरी प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 750, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 555, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 111, ग्लब्स 850, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 09 उपलब्ध कराया गया है।

6. गांडेय प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 500, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 390, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 80, ग्लब्स 650, होम आइसोलेशन कीट 70, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 09 उपलब्ध कराया गया है।

7. गांवा प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 500, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 255, सैनिटाइजर 30, पी.पी.ई कीट 51, ग्लब्स 600, होम आइसोलेशन कीट 70, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 800 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 07 उपलब्ध कराया गया है।

8. जमुआ प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 800, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 630, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 126, ग्लब्स 900, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1500 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 10 उपलब्ध कराया गया है।

9. पीरटांड़ प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 550, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 255, सैनिटाइजर 30, पी.पी.ई कीट 50, ग्लब्स 600, होम आइसोलेशन कीट 70, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 800 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 06 उपलब्ध कराया गया है।

10. धनवार प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 800, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 585, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 110, ग्लब्स 900, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 10 उपलब्ध कराया गया है।

11. गिरिडीह सदर प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 600, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 600, सैनिटाइजर 40, पी.पी.ई कीट 120, ग्लब्स 800, होम आइसोलेशन कीट 120, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 08 उपलब्ध कराया गया है।

12. तिसरी प्रखंड को थ्री लेयर मास्क 350, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 225, सैनिटाइजर 30, पी.पी.ई कीट 45, ग्लब्स 500, होम आइसोलेशन कीट 70, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 800 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 06 उपलब्ध कराया गया है।

13. गिरिडीह शहरी क्षेत्र को थ्री लेयर मास्क 200, एन 95 मास्क रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 130, सैनिटाइजर 20, पी.पी.ई कीट 22, ग्लब्स 400, होम आइसोलेशन कीट 100, रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट 1000 एवं पल्स ऑक्सीमीटर 05 उपलब्ध कराया गया है।

निरीक्षण के क्रम में उप विकास आयुक्त, प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी, जमुआ/तिसरी/गांवा, कार्यपालक अभियंता, एन.आर.ई.पी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जमुआ/तिसरी/गांवा, संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

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