
विजय मशाल का किया गया अभिनंदन, भारत माता के जयकारे से गूंजा परिसर
जिला ब्यूरो रिपोर्ट रामगढ़
रामगढ़। श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल के परिसर में 16 नवंबर को स्वर्णिम विजय मशाल’ का स्वागत किया गया। पाकिस्तान पर भारत की जीत के प्रतीक विजय मशाल का स्वागत करना बेहद गर्व की बात है।भारत 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान पर अपनी जीत के उपलक्ष्य में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाता है। जिसके कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ। 1971 में भारत की पाकिस्तान पर जीत का प्रतीक, विजय मशाल – 50वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत का प्रतीक है। विजय मशाल सुबह 11: 10 बजे स्कूल परिसर में पहुँची।
विजय मशाल का स्वागत गणमान्य व्यक्तियों, प्राचार्य, शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों द्वारा किया गया । हमारे देश के शहीदों और वीर सैनिकों की स्मृति में माल्यार्पण कर विजय मशाल को सम्मानित किया गया । 1971 के युद्ध के परमवीर चक्र और महावीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के गांवों सहित, भारत के विभिन्न हिस्सों में चार विजय मशालों को ले जाया जाएगा। 1971 के युद्ध की याद में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया ।और छात्रों को राष्ट्र की समृद्ध विरासत से अवगत कराया गया। इन पुरस्कार विजेताओं के गांवों और 1971 में जिन क्षेत्रों में बड़ी लड़ाई लड़ी गई थी, वहां से मिट्टी को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) में लाया जा रहा है।
कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य हरजाप सिंह, सरदार मनमोहन सिंह लाम्बा, सरदार अनमोल सिंह, सरदार बलविंदर सिंह पवार एवं सरदार सुरेंद्र सिंह बेदी ने पुष्प अर्पित कर मशाल का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में सभी शिक्षक गण ,एस के दुबे, वरुण आॉडी , संजीव कुमार सिंह , के.के राणा, पंकज श्रीवास्तव , दीपक ऑडी , मनजीत कौर छाबड़ा, मनमीत कौर सैनी , सुष्मिता घोष, श्रीमती सुलेखा सिन्हा , ज्योति कुमारी, के के नंदन, सुमन सोनी , श्रीमती रेशमा सिन्हा, सुजाता रॉय, नीतू सिन्हा , वंदना दास, राजेश कुमार ,संगीता कुमारी , सोनी मिश्रा, संजय मिश्रा , अतुल राणा , समीर गोस्वामी, आस्था सिन्हा, उपेंद्र कुमार शर्मा, रचना सलूजा , प्रियदर्शी सुमन, बिंदु कुमारी, श्वेता कुमारी , शिवानी शर्मा और नॉन टीचिंग स्टाफ शामिल हुए।
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