
बड़किपोना की घटना प्रशासनिक विफलता ,27 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन करेंगे हड़ताल
राज्य ब्यूरो रिपोर्ट झारखंड
रामगढ़ के पूर्व विधायक शंकर चौधरी अपने आवास में बड़कीपोना घटी घटना मामले को लेकर प्रेस वार्ता किए। प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए कहा कि बड़कीपोना घटना प्रशासनिक विफलता और सबसे बड़ी बात है कि मुख्यमंत्री का गृह जिला होने के कारण भी पदाधिकारी अपने उत्तरदायित्व को नहीं निभा रहे। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि जनता के प्रति पुलिस का आतंक ,पुलिस कप्तान की धमकियां, उपायुक्त की खामोशी, एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है जो लोकतंत्र के लिए खतरा है। प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार की गाइडलाइन 15 अक्टूबर तक था और रावण का निर्माण सरकार की गाइडलाइन 15 अक्टूबर के बाद किया गया और उसे अक्टूबर को 16 अक्टूबर को रावण जलाया जा रहा था, तो पुलिस उस जगह पर क्यों गई और जाने के बाद जो आतंक का माहौल माहौल तैयार किया ,उसे उचित नहीं कहा जा सकता ।बड़कीपोना मामले को पुलिस कप्तान अपने हाथों में लिए और वहां जो भयावह स्थिति पैदा हुई, पुलिस बल के द्वारा पूरे गांव को घेर लिया गया, घुस घुस कर लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया उन्होंने कहा कि बहादुर कप्तान की आवश्यकता कश्मीर में है सरकार को चाहिए ऐसे बहादुर कप्तान का डेपुटेशन पर कश्मीर भेज दें। आगे उन्होंने कहा कि मृतिका शहीद अमानु देवी का पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई, जिसमें स्पष्ट है कि वृद्धा की मौत स्वभाविक नहीं बल्कि आंतरिक एवं बाहरी चोट से हुई ।इस रिपोर्ट पर भी पुलिस कप्तान को भरोसा नहीं है और वह इसकी भी जांच कराना चाहते हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि महिला को आंतरिक एवं बाहरी चोट कैसे लगी उसका हृदय कैसे फटा ,पोस्टमार्टम भी करने वाले सरकारी डॉक्टर ही थे। वह भी उपायुक्त द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी के समूह सारी प्रक्रिया हुई पुलिस कप्तान को भरोसा क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के इस रवैए के खिलाफ 27 अक्टूबर को प्रातः 10:00 बजे से बड़की पुणे दुर्गा पिंडा के पास अनिश्चितकालीन डे नाईट का धरना दूंगा ।धरने पर मैं अकेले बैठूंगा ।उन्होंने 5 मांगे रखी है जिसमें प्रथम मांग है दीपावली के कारण करीब 26 व्यक्तियों को बिना शर्त रिहा किया जाए, शहीद अमानो देवी के परिवार को ₹20000 मुआवजा दिया जाए, दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर 302 के तहत मामले दर्ज किए जाएं एवं उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए, बड़कीपोना पुलिस पेट्रोलिंग हटा लिया जाए, रात में पुलिस पेट्रोलिंग बंद किया जाए। आंदोलन में केवल तिरंगे झंडे का इस्तेमाल किया जाएगा उन्होंने यह भी जिक्र किया कि 6:00 बजे से 9:00 बजे तक दैनिक कार्यों के लिए रामगढ़ में रहूंगा। इस अवसर पर उनके साथ प्रेस वार्ता में नारायण महतो ,अभय सिंह, भगवान सॉ, कमल नाथ महतो, रामेश्वर महतो, चरण केवट ,मिथिलेश महतो, सुनील महतो, यदुनंदन चौधरी परमेश्वर महतो शामिल थे।
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