
सीसीएल कर्मचारी मरे या जिये, सीसीएल प्रबंधन को इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला।
सवांददाता।
वेस्ट बोकारो (घाटों)। वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के ईचाकडीह पंचायत के अंतर्गत केदला भूगर्भ परियोजना के बारूद विभाग में कार्यरत रमेश रजवार(40) ईचाकडीह बस्ती निवासी अचानक सोमवार को ड्यूटी के दौरान चक्कर खाकर जमीन पर गिर गए। उनके साथी कर्मचारी उन्हें उठाकर प्रोजेक्ट के केयूजीपी सीसीएल हस्पताल पहुंचे। लेकिन हस्पताल में ना डॉक्टर मौजूद थे ना ही कोई स्टाफ। पारविल महतो (हस्पताल के स्टाफ) को जब इसकी जानकारी प्राप्त हुई तो मौके पर पहुंचकर प्राथमिक उपचार किया। लेकिन जब इसकी सूचना केदला भू गर्भ परियोजना के प्रबंधन एवं डॉक्टर समशेर को दी गई तो वे लोग मरीज को देखने तक नहीं आए। मरीज की सहयोगी जब उनकी बेहतर उपचार के लिए है नैसराय रेफर करने की बात कहने लगे तो अस्पताल में ना एंबुलेंस की व्यवस्था थी ना हीं और किसी साधन की। 3 घंटे बाद नैसराय से एंबुलेंस आकर मरीज को बेहतर उपचार के लिए नईसराय रेफर किया गया। इससे साफ पता चलता है केयूजीपी के प्रबंधन अपने कर्मचारियों की सेफ्टी का कोई ख्याल नहीं रखता है। केयूजीपी प्रबंधन एवं डॉक्टर का यही रवैया अगर भविष्य में रहा तो आने वाले समय में केयूजीपी के कर्मचारियों का इससे भी बुरा हाल हो सकता है। मरीज को अगर कुछ हुआ तो इसका जवाबदेही सिर्फ केयूजीपी के प्रबंधन का होगा। मौके पर यूसीडबलूयू के सचिव चंद्रभानु प्रताप,यूसीडबलूयू के सह सचिव रंजीत कुमार, मुखिया प्रतिनिधि देवनंदन रजवार,गोरी शंकर रजवार,बिनोद रजवार,रवि रजवार,मुकेश रजवार,लखन रजवार,शिबू महतो तथा सैकड़ों के तादाद में ईचाकडीह बस्ती के ग्रामीण मौजूद थे।
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