
पार्श्वनाथ अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय निर्माण हेतु किया जन शंखनाद !
जिला ब्यूरो रिपोर्ट गिरिडीह / झारखंड
गिरिडीह में पार्श्वनाथ अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय निर्माण हेतु पूर्व विधायक प्रो. जय प्रकाश वर्मा ने किया जन शंखनाद
भगवान महावीर के कैवल्य भूमि तथा पार्श्वनाथ समेत 20 तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि और विश्व अहिंसा नगरी गिरिडीह में पार्श्वनाथ अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय निर्माण हेतु
सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, गिरिडीह के सभागार में 17 अक्टूबर 2021 को प्रो. जय प्रकाश वर्मा ने किया जन शंखनाद और पार्श्व अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ट्रस्ट का भी आभार जताया एक विश्वविद्याल निर्माण के एतिहासिक पहल और इसके लिए लगातार संघर्ष जारी रखने के लिए जिससे विकास और उच्च शिक्षा में निचले पायदान पर खड़े पार्श्वनाथ क्षेत्र जिसमें गिरिडीह, बोकारो, जामताडा, देवघर और हज़ारीबाग जिले के उत्तरी का भाग आता है, का सम्पूर्ण कायाकल्प हो सकेगा। उन्होंने इसे ना केवल भारत की संस्कृति, शिक्षा, देशप्रेम, अहिंसा, विश्व शान्ति से जोड़ा बल्कि इसे पुरातन नालन्दा और तक्षशिला विश्वविद्यालय की तर्ज पर बनाये जाने की परिकल्पना के कारण इसे भारत के भविष्य के मिल का पत्थर भी बताया। ट्रस्ट की ओर से इस शंखनाद कार्यक्रम के दौरान ही गान्धी स्वशासन सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान गान्धी के विचारों में खासकर उनके लोकतंत्र, स्वशासन और शिक्षा को बढावा देकर देश को समृद्घ करने के विचार पर मुख्य अतिथि प्रो. जय प्रकाश वर्मा द्वारा व्याख्यान भी दिया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती की वन्दना और भारत के देशभक्त निर्माताओं के मालार्पण से किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्श्व अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, गिरिडीह (धर्मार्थ न्यास) के अध्यक्ष श्री दीनेश्वर वर्मा, झारखंड सरकार से सम्मानित सेवानिवृत्त प्रभारी प्राचार्य ने किया।
इस कार्यक्रम में गिरिडीह जिले के विभिन्न भागों से पन्चायती राज को नेतृत्व दे रहे मुखियागण, प्रमुख जैसे श्री रामपति प्रसाद(प्रमुख संघ अध्यक्ष, गिरिडीह, र्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित), भागीरथ मंडल(मुखिया संघ अध्यक्ष, गिरिडीह), प्रदीप पांडेय(महेशलुंडी), प्रकाश कुमार (मुखिया), भारत लाल शर्मा(मुखिया, गान्डेय), रूबी देवी (मुखिया, बुधूडीह, नेशनल अवार्ड), अरुण कुमार हाज़रा (मुखिया, अहिल्यापुर), नीलम देवी प.स स. प्रतिनिधि अजीत कुमार
इत्यादि ने भाग लिया जिन्हें गांधी स्वशासन सम्मान से सम्मानित भी किया गया और गिरिडीह के विकास के लिए उन सबकी राय भी ली गयी। इसी दौरान उक्त ट्रस्ट की त्रैमासिक पत्रिका ‘पार्श्वनाथ टुडे’ के मुखपत्र का भी लोकार्पण किया। जिसकी सम्पादक ममता बनर्जी ‘मंजरी’ हैं. इस दौरान विश्वविद्यालय निर्माण हेतु हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में गिरिडीह नगर निगम उपमहापौर कामेश्वर पासवान शामिल हुए और उन्होंने इस विश्वविद्यालय निर्माण हेतु ट्रस्ट के साथ कंधे-से-कंधे मिलाकर संघर्ष करने के विचार को दोहराया। विशेष अतिथि के रुप में डा. ममता बनर्जी ने अपनी कविता के माध्यम से सबका ध्यान पार्श्वनाथ की मह्ता पर डाला।
इस समारोह में भाग लेने वाले कवि/कवयित्रियों में डा. ममता बनर्जी, राजेश वर्मा ‘मृदुल’, कवि विशाल पंडित इत्यादि शामिल हुए। विदित हो कि अहिंसा, शिक्षा और संस्कृति की त्रिवेणी कही जाने वाली पार्श्वनाथ महोत्सव(अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा महोत्सव)को मधुबन महोत्सव भी कहा जाता है। जिसका आयोजन इस वर्ष 25, 26, 27 दिसम्बर 2021 को किया जाना है जिसमें विशेष आकर्षण के रुप में इस साल ‘पार्श्वनाथ रथ’ यात्रा को भी शामिल किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन व्याख्याताऔर जिले के चर्चित रंगकर्मी श्री महेश अमन व इसमें सहयोग विशाल पंडित, राजेश वर्मा रवीन्द्र विध्यार्थी, आनंद, पियूष इत्यादि ने किया। यह जानकारी ट्रस्ट के सांस्कृतिक परिषद् के अध्यक्ष और आर.के. महिला महाविद्यालय के हिन्दी के व्याख्याता महेश अमन ने दी है।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button