झारखंड की प्रसिद्ध मूलवासी सदान मोर्चा ने ग्रैंड ऑकेजन बैंक्विट हॉल में किया सेमिनार!

राज्य ब्यूरो रिपोर्ट झारखंड / उमेश सिन्हा

रांची। शहर के कोकर में स्थित ग्रैंड ऑकेजन बैंक्विट हॉल में रविवार को झारखंड के प्रसिद्ध मूलवासी सदान मोर्चा ने संगोष्ठी सह सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने किया जबकि संचालन डॉक्टर शकुंतला मिश्रा ने किया। जबकि कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अमित साहू ने दिया।

इस कार्यक्रम में झारखंड के प्रसिद्ध और गणमान्य लोग और कई मीडिया संस्थानों से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल हुए। मूलवासी सदन मोर्चा झारखंड प्रदेश इकाई ने कोरोना काल में मीडिया की भूमिका सह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया।

 

कार्यक्रम के आरंभ में आए अतिथि पदमश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री मधु मंसूरी, प्रभात खबर के वरिष्ठ संपादक अनुज सिंहा,दैनिक भास्कर के झारखंड संपादक अंकित शुक्ला,न्यूज़ 18 के झारखंड संपादक संतोष कुमार, दैनिक आज के राजेश श्रीवास्तव रांची एक्सप्रेस के नविंदु उमेश,देशप्राण के रोहित दत्त झारखंड संदेश के आर एस प्रसाद मुन्ना ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।

मोर्चा द्वारा इसके उपरांत हाय सभी अतिथियों का गुलाब फूल देकर स्वागत किया गया। इसके बाद सदान मूलवासी मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने वरिष्ठ पत्रकारों को शॉल,मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके बाद मूलवासी सदान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अध्यक्ष एवं स्वागत भाषण देते हुए कहा कि मूलवासी सदान मोर्चा सिर्फ सदानों की बात नहीं करता है।बल्कि मोर्चा धर्म और जाति से उपर उठकर हर वंचित लोगों की बात करता है,उनका सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में मीडियाकर्मियों ने जो भूमिका निभाई है वह सराहनीय है। कोरोना की दूसरी लहर में जहां सोशल मीडिया में भ्रम की स्थिति थी। वहीं मीडियाकर्मी न सिर्फ लगातार कवरेज कर सच्चाई सामने लाते रहे। बल्कि जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद भी करते दिखे। सही मायने में पत्रकारों ने अपनी पूरी जिम्मेवारी निभाते हुए अच्छी पत्रकारिता की।

सभा को संबोधित करते हुए दैनिक भास्कर के स्टेट हेड अंकित शुक्ला ने कहा कि झारखंड की तीन महान विभूतियों के द्वारा पत्रकारों का स्वागत किया जाना सुखद और अविस्मरणीय अवसर है। ऐसे अवसर पत्रकारों के जीवन में कम आते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि न सिर्फ कोरोनाकाल बल्कि जब भी देश और समाज पर कोई संकट आता है। तब पत्रकार जान जोखिम में डाल अपना कर्तव्य निभाता है। 1653 में डच और ब्रिटिश सेना के बीच युद्ध के दौरान एक पत्रकार ने एक नाव बनाई और उसपर कई दिन गुजारते हुए पूरे युद्ध कि विभिषिका का कवरेज किया। कोरोना काल में राज्य के 30 से अधिक पत्रकारों ने कर्तव्य निभाते अपनी जान दे दी।

अवसर पर प्रभात खबर के वरिष्ठ संपादक अनुज सिन्हा ने कहा कि एक पत्रकार किन परिस्थितियों में अपना काम करता है लोगों को इसपर अपनी सोच को विस्तार देने की जरुरत है। पत्रकार भी समाज की एक अंग होता है। कोरोना काल में कई पत्रकारों ने अपनी जान गंवा दी। कोरोना संक्रमण में मृत लोगों से जहां उनके परिजन भी दूर भागते दिखे, वहीं पत्रकारों ने कवरेज के साथ परेशान लोगों की हर संभव मदद करते रहे। इस अवसर पर कई अन्य वरिष्ठ पत्रकारों ने भी संबोधित किया। वही अंत में कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन युवा समाजसेवी अमित साहू ने किया। इस मौके पर क्षितिज कुमार राय, उमेश चंद्र तिवारी, विशाल कुमार सिंह, अधिवक्ता राजकुमार साहू, सुबोध प्रसाद,संजय कुमार,संजय कुमार, पंकज कश्यप, रामेश्वर दयाल सिंह, शिवदास कुमार, प्रोफेसर रामलाल के अलावा मूलवासी प्रधान मोर्चा के युवा एवं छात्र प्रकोष्ठ के प्रकोष्ठ के सदस्य मौजूद थे।

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