
श्री अग्रसेन स्कूल, भुरकुंडा में हिंदी दिवस कार्यक्रम का अयोजन किया
रामगढ़। हिंदी दिवस के अवसर पर मंगलवार को श्री अग्रसेन स्कूल, भुरकुंडा में कार्यक्रम का अयोजन किया गया।इसका उद्घाटन शिक्षकों ने दीप प्रजवलित का किया।बच्चों के अंदर हिंदी में रुचि बढ़ाने के लिए शिक्षक द्वारा शिक्षाप्रद कहानियां सुनाई गई। हिंदी पर आधारित विभिन्न प्रश्न पूछे गए। इस अवसर पर विद्यर्थियों में लेखन शैली का विकास करने की बात कही गई।
स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने बच्चों को पूरी आत्मीयता से हिंदी को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि आधुनिक समय में हिंदी भाषा पर अंग्रेजी के शब्दों का बहुत प्रभाव हुआ है। कई शब्द प्रचलन से हट गए हैं, जिनकी जगह अंग्रेजी शब्दों ने ले ली है। इससे भविष्य में भाषा के विलुप्त होने की भी संभावना अधिक बढ़ गई है। राष्ट्रभाषा हिंदी के संरक्षण के लिए इसे और भी अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है. उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी में वार्तालाप, शुद्ध उच्चारण व शुद्ध लेखन के लिए प्रेरित किया।
प्राचार्या नीलकमल सिन्हा ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा ही नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति व अस्तित्व की पहचान है। इस भाषा की समृद्धि में ही हमारी संस्कृति व राष्ट्र की समृद्धि निहित है। उन्होंने कहा कि साहित्य व संस्कृति के लिहाज से हिंदी विश्व की अत्यंत विपुल भाषा है। खुसरो, तुलसीदास, कबीर, सूर, मीरा, रसखान, जायसी बिहारी से लेकर आज तक अनगिनत लेखकों ने अपने श्रेष्ठ साहित्य से हिंदी का खजाना भरा है।
शिक्षिका दीपिका तिवारी कहा कि हमें हिंदी का अत्यधिक प्रयोग करना चाहिए। हिंदी हमारा गौरव है। इसका सभी को सम्मान करते हुए इसे अन्य भाषाओं सहित बड़े पैमाने पर आम बोलचाल में शामिल करना चाहिए।
आयोजन को सफल बनाने में स्नेहा कुमारी, जायेता सरकार, मनीषा कुमारी, अंकुर झा, अस्मित गुप्ता, मौली प्रथा, स्मिता कुमारी, सृष्टि कुमारी, अंकित राणा आदि का योगदान रहा।
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