शिक्षक दिवस के अवसर पर गिरिडीह में पार्श्वनाथ ‘ज्ञान’ महोत्सव का हुआ भव्य आयोजन!

राज्य ब्यूरो रिपोर्ट झारखंड /उमेश सिन्हा

गिरिडीह : भगवान महावीर के कैवल्य भूमि और पार्श्वनाथ समेत 20 तीर्थण्करो की निर्वाण भूमि और विश्व अहिंसा नगरी गिरिडीह के डी.ए.वी. सी. सी. एल. बनियाडीह, में विराट बुद्धिजीवी सह कवि सम्मेलन समारोह का आयोजन 5 सिंतबर 2021 को प्रात: 11:00 से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वन्दना के साथ की गयी. डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री दीनेश्वर वर्मा, झारखंड सरकार से सम्मानित पूर्व प्रभारी प्राचार्य, ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य भैया
अभिनव कुमार और विशिष्ट अतिथि के रुप में गिरिडीह नगर निगम उप महापौर कामेश्वर पासवान, डॉ पूनम कुमारी पशु चिकित्सक गिरिडीह, डा. ममता बनर्जी, जे पी एस ए जिला सचिव दिनेश साहू, गुरुनानक कॉलेज धनबाद से डॉ संगीता नाथ थीं। विशेष अतिथि के रुप् में प्राचार्य कैलाश महतो, संजीव कुमार थे।
इस कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न भागों से कवि/कवयित्रियों ने भाग लिया। जिसमें बोकारो थर्मल से कवयित्री श्रीमती रजनी मल्होत्रा,धनबाद से कवयित्री स्नेहप्रभा पांडेय, शिक्षिका श्रीमती मंजू शरण, डा. ममता बनर्जी, राजेश पाठक, डा. रजनी शर्मा चन्दा(राँची) ,लवलेश, राजेश वर्मा (मृदुल ), प्रतिमा सेठ, पावनी कुमारी, रजनी मल्होत्रा नैय्यर, ब्रजेश ब्रजवासी, अरुण पाठक, उदय शंकर उपाध्याय,कवि राजेश पाठक ,उदय शंकर उपाध्याय इत्यादि शामिल हुए। इन कवियों को ‘भारतेन्दू श्री’ सम्मान से सम्मानित किया गया. ‘आईना’ सस्था की ओर से स्किट ‘टाइम इस ओवर’ लेखक-निर्देशक महेश’अमन’। जिसमें कलाकार निशु वर्मा, श्रुति स्वर्णकार, प्रगति वर्मा,आदित्य अमन, राहुल कुमार, विकास कुमार,तरुण कुमार यादव,पुरुषोत्तम कुमार दास ने भाग लिया। ज्योता कुमारी शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया।
अनिल कुमार वर्मा, नागेश्वर प्रसाद, रविन्द्र विद्यार्थी के अलावा करीब सौ स्कुलो के प्राचार्य, शिक्षकों, विद्यार्थियों और शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। गिरिडीह के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने के लिए ‘द्रोणाचार्य श्री’ सम्मान से सम्मानित किया गया। शिक्षक की परिभाषा पर एक कविता(ज्ञान का दिया वहां जलाना है जहां अंधेरा है) पाठ छात्र राहुल मिश्रा ने किया। स्कुल के बाल कलाकारो को भी शामिल किया गया है। विदित हो कि अहिंसा,शिक्षा और संस्कृति की त्रिवेणी कही जाने वाली पार्श्वनाथ महोत्सव(अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा महोत्सव)को मधुबन महोत्सव भी कहा जाता है।


कार्यक्रम का संचालन कवि विशाल पंडित और कार्यक्रम सहयोग शिक्षक श्री बिनोद कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्ट के जनसम्पर्क अधिकारी दिनेश साहू ने किया। पार्श्वनाथ ज्ञान महोत्सव का आयोजन सलूजा गोल्ड के सौजन्य से किया गया। सभी विद्वजनों ने कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की है।

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