
जिला खनिज प्रतिष्ठान की वार्षिक कार्य योजना 2021-22 पर हुई चर्चा प्रभारी मंत्री डॉ शाह की अध्यक्षता में न्यास मंडल की बैठक संपन्न!
जिला ब्यूरो रिपोर्ट सतना /सुधीर शुक्ला
सतना 16 अगस्त 2021/प्रदेश के वन मंत्री एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह की अध्यक्षता में ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के सभागार में संपन्न हुई जिला खनिज प्रतिष्ठान की वार्षिक कार्य योजना 2021-22 पर चर्चा की गई। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, सांसद गणेश सिंह, विधायक नागेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, नीलांशु चतुर्वेदी, जिला पंचायत की प्रधान सुधा सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, जिला अध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी सहित पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित संजयराव झाड़े, वनमंडलाधिकारी विपिन पटेल सहित संबंधित विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
जिला खनिज प्रतिष्ठान की न्यास मंडल की बैठक में प्रभारी मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह ने जिला खनिज प्रतिष्ठान (डीएमएफ) मद से वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक के स्वीकृत कार्यों की एजेंसीवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिले में डीएमएफ मद से ऐसे कार्यों को प्रस्तावित किया जाए, जिन्हें शासन की किसी योजना, परियोजना अथवा अन्य शासकीय मद से नहीं किया जा सके। कार्यक्रम अथवा योजनाओं से पूर्ण हो सकने वाले कार्यों को यथासंभव शामिल नहीं करें। प्रभारी मंत्री डॉ शाह ने कार्यकारी एजेंसियों को निर्देश दिए कि डीएमएफ मद के स्वीकृत कार्यों को उनकी पूर्णता की समय-सीमा में अधिकतम 18 माह की अवधि में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने चाहिए। कार्यों की पूर्णता में विलंब होने से उनकी लागत बढ़ती है। पूर्व में स्वीकृत सभी कार्यों को नियमानुसार पूर्ण कराने के प्रयास किये जायें। जिला खनिज प्रतिष्ठान मद की वार्षिक योजना वर्ष 2021-22 लगभग 44 करोड़ की बनाई गई है। इन कार्यों में नलकूप खनन, आंगनबाड़ी भवन, पीडीएस की दुकानें, सुदूर सड़क के कार्य शामिल हैं।
प्रभारी मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह ने राजस्व के प्रस्ताव अनुसार प्रत्येक तहसील कार्यालयों में आगंतुकों के लिए छायादार शेड और प्रसाधन की सुविधा तथा पुलिस थाने में आवश्यकतानुसार महिला प्रसाधन बनाने के कार्य भी शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मझगवां में वनोपज के संग्रहण के लिए गोडाउन का निर्माण भी जरूरी है। इसके अलावा मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी, मैहर और चित्रकूट में ईको टूरिज्म के लिए साइट का चयन भी किया जाए।
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