जेएसएससी में अब पीटी और मेंस की अलग-अलग परीक्षा नहीं होगी!

राज्य ब्यूरो रिपोर्ट झारखंड / उमेश सिन्हा

झारखंड कैबिनेट ने गुरुवार को 27 प्रस्तावों पर मंजूरी दी है. जेएसएसी द्वारा ली जानेवाली प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के स्थान पर सभी परीक्षाओं के लिए केवल एक चरण की मुख्य परीक्षा लेने का फैसला किया. इन परीक्षाओं में भाषा ज्ञान का पेपर क्वालिफाइंग होगा. इसमें उत्तीर्ण होने के लिए हिंदी व अंगरेजी विषय को जोड़ कर 30 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा. हालांकि, मेधा सूची में इन दोनों विषयों को नहीं जोड़ा जायेगा.

दूसरा पेपर क्षेत्रीय जनजातीय भाषा का होगा। तीसरा पेपर सामान्य ज्ञान का होगा। इन दोनों में कम से कम 30 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इन दोनों पेपर के अंकों को मेधा सूची में जोड़ा जाएगा।

कैबिनेट ने राज्य स्तरीय पदों के लिए की जाने वाली बहाली के लिए 12 क्षेत्रीय भाषाओं को चिह्नित किया. इन क्षेत्रीय भाषाओं में कुड़ख, नागपुरी, संथाली, बांग्ला, मुंडारी, हो, खड़िया, उर्दू, कुरमाली, खोरठा, पंच परगनिया व उड़िया शामिल हैं. इनमें से किसी एक भाषा में अभ्यर्थी परीक्षा दे सकेंगे. वहीं, जिला स्तरीय पदों पर बहाली के लिए जिलावार चिह्नित क्षेत्रीय जनजातीय भाषाओं में से किसी एक का विकल्प होगा.

जेएसएससी द्वारा ली जाने वाली मैट्रिक, इंटर और स्नातक स्तरीय परीक्षाओं में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को राज्य के मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से मैट्रिक-इंटर पास करना जरूरी किया गया है.

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