समाजिक वेदनाओं को प्रतिम्बिबित करती डॉ रणधीर की पुस्तक एक उड़ान !
राज्य ब्यूरो रिपोर्ट झारखंड / रांची
राष्ट्रीय मानवधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो (NHRCCB) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रणधीर कुमार की पुस्तक एक उड़ान का विमोचन राँची के.आर के डी एफ विश्वविद्यालय में हुई ! इस विमोचन कार्यक्रम में आर के डी एफ विश्वविद्यालय ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ कपूर , आर के डी एफ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुचितंगशु चटर्जी ,कुलसचिव डॉ अमित पांडेय ,अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ अनिता कुमारी ,भारतीय खाद्य निगम भारत सरकार के सदस्य नरेश सिंह समेत विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारीयो के द्वारा किया गया !
आर के डी एफ विश्वविद्यालय ग्रुप के एम.डी सिद्धार्थ कपूर ने कहा कि रणधीर की यह पुस्तक सामाजिक वेदनाओं ,सामजिक कुरीतियों को आइना दिखाती है !इसमें रणधीर के द्वारा लिखित कई कविताएं बेहद ही प्रासंगिक है जो बेहद ही जवलंत है !जिसमे कर्जदार किसान, मर्डर ,नारी, बेटी, एक उड़ान बाबू जी समेत अन्य है ! आर के डी एफ विश्वविद्यालय राँची के स्कॉलर एवं युवा प्रतिभावान व्यक्तिव डॉ रणधीर कुमार ने इस पुस्तक का लेखन वर्ष 2012 में सुरु किया जिसकी जिक्र इन्होने अपने पुस्तक में अपनी बातों में किया है ,जिसमें इन्होंने कहा कि एक आदिवासी इलाके में पहली बार जब शिक्षण हेतु जाना हुआ वहाँ मैंने एक अत्यंत पिछडा , अल्पसंख्यक ,आदिवासी इलाको में शिक्षा की कमी को देखा, एक नन्हे से बच्चे में एक उड़ान की कल्पना को देखा उस पर अपनी प्रथम कविता एक उड़ान लिखी और इस पुस्तक का नाम एक उड़ान रखा ! डॉ रणधीर कुमार ने इस पुस्तक के माध्यम से समाज के हर वर्ग, हर बेटी, हर उड़ान को परस्पर तैयार बच्चो की चेतनशीलता को समर्पित किया है इनकी सारी कविताएं का जीवंत खुद से होना समाज की प्रासंगिकता को दिखाती है और एक बेहतर समाज के स्थापना की और इंगित करती है ! इस पुस्तक पर प्रकाश डालते डॉ रणधीर ने कहा कि समय के अनुसार इंसान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है साथ ही समाज की प्रासंगिकता पर परिचर्चा करना बेहद जरुरी है , गाँव से जुड़े रहने, बेटियों में समानता लाने की जरूरत ,आदिवासी इलाकों में सरकार के जनमानस को ध्यान देने की जरूरत है ! डॉ रणधीर कुमार ने इस पुस्तक को अपने दादा जी श्री दिनेश्वर वर्मा ( सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक ) एवं दादी सावित्री देवी को किया है ! इस पुस्तक का प्रकाशन इटरनेशनल पब्लिकेशन हाउस ऑरेंज पब्लिकेशन ने किया है !
ज्ञात को ही डॉ रणधीर कुमार गिरिडीह जिला के जमुआ प्रखंड के नईटाँड़ निवासी उच्च विद्यालय बदडीहा के शिक्षक श्री दीनदयाल प्रसाद व सावित्री देवी के पुत्र है ! डॉ रणधीर कुमार के झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय से अँग्रेजी लिटरेचर से इंटेग्रेटेड एम ए की शिक्षा हासिल की है साथ ही मीडिया एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध की भी कोर्स कर चुके हैं ! आई आई एम राँची से पॉलिसी गवर्नेंस एवं लीडरशिप की पढ़ाई कर चुके है ! आर के डी एफ विश्वविद्यालय से पी एच डी के स्कॉलर हैं!
छात्र जीवन मे उत्कृष्ट सामाजिक कार्यो हेतु डॉ रणधीर कुमार कई राष्ट्रीय सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं! सामाजिक कार्यो में अनुकरणीय योगदान हेतु कर्नाटक के पूर्व मुख्य सचिव के हाथों मानद डॉक्टरेट से सम्मानित हो चुके हैं ! डॉ रणधीर कुमार ने कई पुस्तकें का लेखन कर चुके है वर्ष 2018 में इनकी प्रथम पुस्तक मानवधिकार एक परिचय जे एन यू दिल्ली में दूसरी पुस्तक कंफेशनल पोएट्री हजारीबाग के प्रतिकुलपति ने अप्रैल 2020 में विमोचन किया ! इनके द्वारा लिखित कई अन्य पुस्तकें प्रकाशाधीन है ! वर्तमान में डॉ रणधीर कुमार मानवाधिकार संगठन एन एच आर सी सी बी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष के रूप में सेवा दे रहे हैं !
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