उपायुक्त गुमला की अध्यक्षता में गुमला जिलांतर्गत कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने हेतु बैठक संपन्न!

ब्यूरो रिपोर्ट गुमला ,झारखंड

उपायुक्त गुमला शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में गुमला जिलांतर्गत वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने के मद्देनजर बैठक का आयोजन आईटीडीए भवन स्थित उपायुक्त के कार्यालय प्रकोष्ठ में किया गया।

बैठक में उपायुक्त ने गुमला जिलांतर्गत आऱ.टी.पी.सी.आर एवं ट्रूनेट के माध्यम से किए जाने वाले कोविड जाँच की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में विगत 15 दिनों के अद्यतन प्रतिवेदन के अवलोकन से यह पाया गया कि जिले में इसकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। 11 अप्रैल को जिले में कुल 512 सैम्पलों का संग्रहण कोविड जाँच हेतु किया गया था। जिसमें आऱ.टी.पी.सी.आर के माध्यम से 237 तथा ट्रूनेट के माध्यम से 255 टेस्ट किए गए। इसपर उपायुक्त ने आर.टी.पी.सी.आर एवं ट्रूनेट के माध्यम से अधिक से अधिक कोविड जाँच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वहीं आऱ.टी.पी.सी.आर, ट्रूनेट एवं रैपिड टेस्ट के माध्यम से प्रतिदिन किए जाने वाले कोविड जाँच के आंकड़ों में अंतर पाए जाने पर उपायुक्त ने असंतोष व्यक्त करते हुए डाटा में सुधार करते हुए त्रुटिरहित प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया।

राज्य सरकार द्वारा श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग झारखंड के सचिव प्रवीण कुमार टोप्पो को गुमला एवं सिमडेगा जिले के राज्य स्तरीय नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। जिनके द्वारा कोविड-19 के नियंत्रण हेतु गुमला एवं सिमडेगा जिले की निरंतर निगरानी रखी जा रही है।

बैठक में उपायुक्त ने गुमला जिलंतार्गत पाए जाने वाले संक्रमित मरीजों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग किए जाने पर विशेष जोर देते हुए जिले के सभी आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका, ए.एस.आई तथा वार्ड सदस्यों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए वार्डवार कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की आवश्यकता बताई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 11 अप्रैल को जिले में कुल 30 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे। इसपर अपर समाहर्त्ता ने सभी 30 संक्रमितों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करते हुए उनका नाम सहित अन्य विवरण संधारित करने तथा उनके संपर्क में आए व्यक्तियों की भी जाँच सुनिश्चित करने पर बल दिया। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के मद्देनजर उपायुक्त ने कॉन्टैक्ट मैनेजमेंट टीम का गठन कर टीम के माध्यम से जिले में अधिक से अधिक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वहीं संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों की संख्या संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध कराते हुए उक्त मरीजों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

ज्ञातव्य है कि जिले के सदर प्रखंड, घाघरा, सिसई एवं बसिया प्रखंड अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। जहाँ से अधिकतम कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि की जा रही है। इस संबंध में उपायुक्त ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग मैनेजमेंट टीम को उक्त संवेदनशील प्रखंडों में मुख्य रूप से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य करने हेतु निर्देशित किया। इसके साथ ही उन्होंने अपर समाहर्त्ता को जिला स्तर पर कोविड कोषांग का गठन करने पर जोर दिया। इसके साथ ही उपायुक्त ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित करने के पश्चात् कोविड जाँच हेतु सैम्पल संग्रहित करने का भी निर्देश दिया।

बैठक में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु पर्याप्त बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। इसपर सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि कोविड-19 से ग्रसित मरीजों के लिए 10 ऑक्सिजन सपोर्टेड बेड, 10 आईसीयू सपोर्टेड बेड तथा 21 वेंटिलेटर सपोर्टेड बेड की व्यवस्था की गई है। सिविल सर्जन द्वारा यह भी बताया गया कि 21 वेंटिलेटर सपोर्टेड बेड की व्यवस्था तो की गई है किंतु इस निमित विशेषज्ञ नहीं रहने के कारण इसके संचालन में कठिनाई हो रही है जिसके कारण कोविड-19 के गंभीर मरीजों को ईलाज हेतु इस जिले से राँची ईलाज हेतु भेजा जाता है। इसपर उपायुक्त ने वेंटिलेटर सपोर्टेड बेड, आईसीयू सपोर्टेड बेड तथा ऑक्सिजन सपोर्टेड बेड की संख्या 100 करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उपायुक्त ने जिले में अवस्थित कोविड केयर सेंटरों में बेड की व्यवस्था की समीक्षा की। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि वर्तमान में जिले के सभी कोविड केयर सेंटरों में कुल 278 बेड की व्यवस्था है। इसपर उपायुक्त ने कोविड-19 के अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी को देखते हुए बेडों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने उक्त 278 बेडों की विस्तृत जानकारी प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने चन्दाली का स्थल निरीक्षण कर कोविड केयर सेंटर में आवश्यक चिकित्सीय संसाधन हेतु मांग रखने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने सिविल सर्जन एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी को समन्वय स्थापित करते हुए स्थल निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को चंदाली कोविड केयर सेंटर में 100 बेड की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

बैठक में उपायुक्त ने होम आईसोलेशन तथा संस्थागत आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की जानकारी प्राप्त की। जिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि वर्तमान में होम आईसोलेशन में 223 तथा संस्थागत आईसोलेशन में 42 संक्रमित मरीज हैं।

बैठक में उपायुक्त ने विशेष कोविड टीकाकरण अभियान की सीमक्षा की। उपायुक्त ने वर्तमान में कोविड-19 के उपलब्ध डोज की जानकारी प्राप्त की। सिविल सर्जन ने बताया कि लगभग 13700 डोज तथा 1300 वाईल अभी उपलब्ध हैं। इसपर उपायुक्त ने कोविड-19 डोज की संख्या में वृद्धि करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।

उपायुक्त ने गुमला जिलातंर्गत निरंतर कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालनार्थ व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस संबंध में उन्होंने विशेष रूप से जिले के हाट-बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों पर माइकिंग के माध्यम से प्रतिदिन प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया।

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