मलाजखण्ड संविदा मजदूर संघ ने सबको स्कील्ड रेट की मांग लेकर निकाली रैली
मलाजखण्ड संविदा मजदूर संघ ने सबको स्कील्ड रेट की मांग लेकर निकाली रैली
जल्द मांगे पूरी करे अन्यथा होगा उग्र आंदोलन: जी .एन राजावत
देशबन्धु,मलाजखण्ड। ताम्र परियोजना मलाजखण्ड में विगत कई वर्षो से संविदा पद पर कार्यरत मजदूर कार्य कर रहे है लेकिन उन्हे शासन के स्कील्ड रेट पर मजदूरी नही मिल रही है। जिससे मजदूरों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जिसे लेकर शुक्रवार को ताम्र परियोजना की एडीएम आफिस के सामने विरोध मार्च कर आमसभा का आयोजन किया गया।
श्रमिकों में है भारी आक्रोश व्याप्त
आपको बता दे की कई वर्षो से ऐसे संविदा कर्मी जिनको नौकरी करते हुए 10 वर्ष या उससे अधिक हो गये हैं एवं ऐसे आईटीआई डिप्लोमा इंजिनियरिंग, प्रोफेसनल क्वालीफिकेशन होल्डर जिनको 5 वर्ष से अधिक का समय कार्य करते हुए हो गया है उनको सबकी स्कील्ड रेट दिया जाये, पर बार-बार आग्रह करने के बाद भी प्रबंधन द्वारा इस विषय में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे श्रमिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है
मलाजखण्ड संविदा मजदूर संघ के अध्यक्ष जी.एन. राजावत ने अपने उद्बोधन में जानकारी देते हुए बताया कि विगत करीब एक वर्ष से मलाजखण्ड संविदा मजदूर संघ के द्वारा कई बार ताम्र परियोजना प्रबंधक से वार्ता करके प्रबंधक से आग्रह किया जा रहा है कि मलाजखण्ड में कार्यरत संविदा कर्मियों को स्कील्ड रेट दिया जाये लेकिन आज दिनांक तक हमारी मांगे पर ध्यान नही दिया जा रहा था जिसके चलते आज एडीएम आफिस के सामने विरोध मार्च निकाला गया एक दिवसीय आंदोलन किया गया।
मैनेजमेंट के साथ ३ से ४ बार दिया गया
श्री राजावत ने आगे कहा कि मलाजखण्ड ताम्र परियोजना में प्रमानेंट एम्पायमेंट बहुत कम हो चुका है। सभी डिर्पाटमेंट में जो संविदा कर्मी है वे परमानेंट कर्मचारियों के साथ में कंधे से कंधे मिलाकर स्कील्ड और हाई स्कील्ड नौकरी कर रहे है। जबकि पिछले लगातार एक वर्षो से संविदा मजदूर संघ के अध्यक्ष के हैसियत से बीकेएमएस के हैसियत से उपलब्ध हर मंच पर प्रबंधक के साथ में आग्रह कर रहे है पूरी परिस्थिति को देखते हुए यहां पर स्कील्ड रेट का लागू किया जाये। इस संबध में मैनेजमेंट के साथ ३ से ४ बार पत्र दिया गया है। वही एचसीएल के डायरेक्टरों से संविदा मजदूर संघ के द्वारा स्कील्ड रेट लागू करने की मांग की गई थी लेकिन आज तक हमारी मांगे पूरी नही की गई है।
१ वर्षो से चल रही मांगे
श्री राजावत ने आगे कहा कि मलाजखण्ड संविदा मजदूर संघ कभी आंदोलन करना नही चाहता हम बातचीत में ही समस्या का समाधान करते आये है। बडी से बडी समस्यां आई है तो बातचीत में ही समाधान होते आया है। ये एक ऐसा मामला है जो विगत १ वर्षो से चल रहा है और आज दिनांक तक इसमें शुन्य प्रगती नजर आयी है। इस स्थिति में यूनियन के पास कोई रास्ता नही था इसीलिए आज यूनियन आंदोलन करने मजबूर है।
हड़ताल करने मजबूर न करें प्रबंधन
यह मामला मलाजखण्ड प्रंबधन के अन्तर्गत नही आता है इस पूरा निर्णय हेड ऑफिस कलकत्ता से होगा। पुन: २ जनवरी को इस संबध में हेड ऑफिस में मिटिंग है जिसमें मेरे द्वारा ये मांगे रखी जायेगी। अगर इतने आग्रह और आंदोलन के बाद भी मांगे पूरी नही की जाती है तो यूनियन को मजबूर होकर उग्र आंदोलन और हड़ताल की जायेगी। उन्होने लोकल मैनेजमेंट से अपील की है कि हमारी मांगो को मजबूती से मुख्यालय तक पहुंचाये और हमें हडताल जैसे आंदोलन पर मजबूर न करे।
आगे के आंदोलन में अधिक संख्या में उपस्थिति की अपील
श्री राजावत ने आंदोलन में पहुंचे यूनियन के सभी पदाधिकारी और कर्मचारियों की सराहना की करते हुए कहा कि यह आंदोलन की पहली सीढी है हमें आगे और कदम से कदम साथ में चलना है। जब कोई आंदोलन चलता है तो श्रमिकों की भागीदारी शत प्रतिशत होनी चाहिये। उन्होने आगे कहा कि आप सभी की मांगे जायज है मैनेजमेंट आपकी मोंगे को ठुकरा नही सकता है और आगे के आंदोलन में इससे ज्यादा संख्या में सभी पदाधिकारी और कर्मचारियों से पहुंचने की अपील की है।
ये रहे उपस्थित
इस दौरान प्रमुख रूप से संविदा मजदूर संघ के अध्यक्ष जी.एन.राजावत, भारतीय खनिज मजदूर संघ महासचिव दत्तराज पटले, संविदा मजदूर संघ के महासचिव लखन बंजारा सहित दोनों संघो के सदस्य एवं संघ के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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