डाॅ.सुधन्वासिंह नेताम शासकीय महाविद्यालय मलाजखण्ड में “हिन्दी कविता में राष्ट्रीयता का स्वर” विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया
दिनांक 13/12/2022 को डाॅ.सुधन्वासिंह नेताम शासकीय महाविद्यालय मलाजखण्ड के सभागार में विश्वबैंक परियोजना एवं MPHEQIP “एकेडमिक एक्सीलेंस” और IQAC के अंतर्गत हिन्दी विभाग के द्वारा एकदिवसीय विशेषज्ञ व्याख्यान (ऑफलाइन माध्यम) “हिन्दी कविता में राष्ट्रीयता का स्वर” विषय पर आयोजित होकर सफलतपूर्वक संपन्न हुआ । उक्त विशेषज्ञ व्याख्यान में शासकीय अरण्य भारती स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बैहर जिला बालाघाट से व्याख्यान हेतु विशेषज्ञ के रुप में आमंत्रित एकमात्र विषय विशेषज्ञ डाॅ. निर्मल चक्रधर, सहायक प्राध्यापक हिंदी के द्वारा अपने ओजस्वी व्याख्यान में गुप्त साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य के समय की भरतीय राष्ट्रीयता की जानकारी देते हुए उस समय की तत्कालीन स्थिति की विशद व्याख्या की। इसी तरह व्याख्यान के अगले क्रम में आदिकाल में पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि , सैनिक , चंदबरदाई की वीरता का बखान करते हुए उनके अनेक काव्य पदों का कविता पाठन कियाआगे व्याख्यान में उन्होंने भक्तिकाल के कवि तुलसीदास आदि की रचनाओं में राष्ट्रभक्ति से सम्बन्धित पदों की जानकारी दी । तत्पश्चात रीतिकाल में शिवाजी व छत्रसाल के दरबारी कवि भूषण की रचनाओं का बखान किया जिसमे भूषण की रचनाओं में राष्ट्रीयता से सम्बन्धित पदों की व्याख्या की तत्पश्चात उनके द्वारा भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल विभिन्न देशभक्त स्वतंत्रता सेनानियों की रचनाओं का भी पाठन किया गया। इसी क्रम में उनके द्वारा आधुनिक काल में हिंदी पुनर्जागरण के कवि भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की रचनाओं में उपलब्ध देशभक्तिपरक पदों की विस्तृत जानकारी प्रदान की आगे व्याख्यान मे डॉ.निर्मल चक्रधर के द्वारा हिंदी छायावाद के कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला, जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा आदि की रचनाओं में देशभक्ति परक पदों का भी वाचन किया गया। इसी तरह उनके द्वारा प्रगतिवाद, प्रयोगवाद में प्रचलित राष्ट्रीयता से सम्बन्धित रचनाओं के साथ – साथ मैथिलिशरण गुप्त, सियारामशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, कवि दिनकर आदि कवियों के विभिन्न पदों की राष्ट्रीयता से सम्बन्धित पदों की विस्तृत व्याख्या छात्र – छात्राओं को प्रदान की।
उक्त विशेषज्ञ व्याख्यान में संस्था के प्राचार्य डॉ.एम.के.धुर्वे, हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक व संयोजक श्री एस. एल.मंडावी के अलावा महाविद्यालय से श्री संदीप कुमार गेड़ाम, सुश्री स्वाति सिंह, रुपेश कुमार मेश्राम, डॉ.ऋषभ बिसेन, डॉ.पूनम यादव, श्रीमती लक्ष्मीलता बघेल, सुश्री अनुभूति डोहरे एवं श्रीमती प्रीति डहाटे आदि शैक्षणिक स्टॉफ एवं लगभग 90 छात्र – छात्राओं की उपस्थिति रही।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button