डाडी मुखिया ने बाल विवाह मुक्त भारत पर ,चलाया जागरूकता अभियान, कहा सुरक्षित बचपन सुरक्षित भारत
झारखण्ड ब्यूरो/ उमेश सिन्हा
गिद्दी :डाड़ी प्रखंड स्थितडाडी पंचायत सचिवालय में मुखिया लखनलाल महतो के द्वारा रविवार को सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत के तहत बाल विवाह मुक्त झारखंड विषयक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बाल विवाह निषेध कानून की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि झारखंड में बाल विवाह एक गंभीर मुद्दा बन गया है. बाल विवाह काफी संवेदनशील है. इसके लिए झारखंड राज्य बाल संरक्षण संस्था कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के साथ मिलकर आज से बाल विवाह मुक्त अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है। उक्त अवसर पर डाडी मुखिया लखनलाल महतो तथा उनके साथ उपस्थित पंचायत सचिव एवं पंचायत के कई वार्ड सदस्य तथा दर्जनों पंचायत वासियों ने मिलकर, द्वीप प्रज्ज्वलित कर बाल विवाह के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए मुखिया लखनलाल महतो ने बताया कि लड़कियों की शादी 18 वर्ष तथा लड़कों की शादी 21 वर्ष के उपरांत ही करनी चाहिए। इस उम्र से पहले शारीरिक रूप से शादी करने के लिए एवं बच्चों को जन्म देने के लिए शरीर तैयार नहीं रहता है। परिणाम स्वरूप जच्चा बच्चा की मौत व बच्चे अपंग पैदा होते है।साथ ही शैक्षणिक स्तर पर भी इसका असर पड़ता है. बाल विवाह होने से बच्चों की पढ़ाई रुक जाती है। असमय लड़का पर आर्थिक बोझ आ जाने के कारण घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी तथा बुरी आदतों की लत पड़ जाती है। साथ ही यह भी बताया गया कि बाल विवाह होने के कारण ऐसे परिवार को किसी प्रकार की सरकारी सहायता का उन्हें लाभ नहीं मिल पाता है, बाल विवाह करने वाले दोनों पक्ष की ओर से उपस्थित अतिथियों, धार्मिक गुरु व टेंट बाजा वाले आदि सभी संलिप्त लोगों को भारतीय कानून के अंतर्गत कठोर सजा हो सकती है।
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